WHO से तारीफ पाने के योगी सरकार के दावे पर अखिलेश ने साधा निशाना
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से तारीफ मिलने का दावा करने वाली उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि सरकार अपनी‘‘नाकामी’’छुपाने के लिए कोई भी नैतिक-अनैतिक रास्ता अपनाने नहीं हिचक रही है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो) |
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि राज्य सरकार सभी को कोविड-19 का मुफ्त टीका नहीं लगाती है तो वर्ष 2022 में सपा की सरकार बनने पर सभी लोगों को निशुल्क टीका लगाया जाएगा।
अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा 'आंकड़ों की हेराफेरी करके डब्ल्यूएचओ से योगी मॉडल को वाहवाही का तमगा लेने वाली भाजपा सरकार को गंगा में बह रही लाशों, श्मशान घाटों में धधकती चिताओं और अस्पतालों की चौखट पर तड़प-तड़पकर हो रही मौतों से कोई दर्द नहीं होता।'
उन्होंने कहा 'मुख्यमंत्री को अपनी नाकामी छुपाने के लिए कुछ भी नैतिक-अनैतिक रास्ता अपनाने में हिचक नहीं। अच्छा हो वे इधर-उधर की बात करने के बजाय बताएं कि गरीबों को कब तक वैक्सीन लग जाएगी? ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाओं के जमाखोरों तथा कालाबाजारियों पर कब लगाम लगेगी?'
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर चलाए गए अभियान की तारीफ की है। राज्य सरकार इसे अपनी बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश कर रही है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने आनलाइन पंजीकरण पर ही टीकाकरण की सुविधा दी है। उन्होंने सवाल किया कि उत्तर प्रदेश के गरीब, ग्रामीण, मजदूर और गांव की आबादी को टीकाकरण का लाभ कैसे मिलेगा?
सपा प्रमुख ने दावा कि सरकार आनलाइन के बहाने प्रदेश की बड़ी आबादी को सुरक्षाचक्र से वंचित रखना चाहती है।
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