संपत्ति पर कब्जा करने पर मुख्तार अंसारी और उसके 2 बेटों पर FIR
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भूमाफियाओं और बहुबालियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो) |
सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा करने के आरोप में माफिया मुख्तार अंसारी और उनके बेटों- उमर अंसारी और अब्बास अंसारी पर आईपीसी की धारा 120 बी, 420, 467, 468, 471 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है। हजरतगंज कोतवाली में यह कार्रवाई जियामऊ के प्रभारी लेखपाल सुरजन लाल की शिकायत पर की गई है। शिकायत में लिखा गया है कि जिस भूमि पर मुख्तार अंसारी और उनके बेटों का कब्जा था, वह मोहम्मद वसीम के नाम दर्ज थी। लेकिन वसीम के पाकिस्तान चले जाने के बाद यह संपत्ति निष्क्रांत संपत्ति (शत्रु संपत्ति) के रुप में दर्ज हो गई। लेकिन दस्तावेजों को तैयार कर इस पर कब्जा कर लिया गया।
इस मामले में मुख्यमंत्री योगी ने भी ट्वीट करके बड़ा संदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने लिखा, अवैध कब्जेदारों/कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर निष्क्रांत सम्पत्ति पर अवैध कब्जे एवं अवैध निर्माण कराने के षड्यंत्र में शामिल माफिया मुख्तार अंसारी, उनके पुत्रगण तथा इस षड्यंत्र में शामिल सभी व्यक्तियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आगे लिखा, अपराधियों की अवैध सम्पत्तियों के उपभोग से हुई किराए की वसूली और इनके डिमोलिशन का खर्च भी अपराधियों से ही वसूला जाएगा। साथ ही, पूरे प्रकरण में लिप्त अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ भी प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, जिससे इस प्रकार के आपराधिक कृत्यों की पुनरावृत्ति न हो।
मालूम हो गुरुवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण ने माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। डालीबाग में करीब 10 हजार वर्गफुट में बनी दो इमारतों को जमींदोज कर दिया गया। ये इमारतें निष्क्रांत संपत्ति पर बनी थी। जो मुख्तार अंसारी ने फर्जी तरीके से अपनी मां के नाम करा ली थी। इसके बाद उसने इसे अपने दो पुत्रों- अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम करा दिया था। मुख्तार और उनके दोनों बेटों पर निष्क्रांत संपत्ति पर कब्जा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।
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