पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा से संसद द्वारा पारित वक्फ अधिनियम में संशोधनों को खारिज करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का आह्वान किया।
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जम्मू कश्मीर विधानसभा के बजट सत्र का बुधवार को आखिरी दिन है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज संभवतः इस विधानसभा सत्र का समापन हो रहा है, इसलिए सत्तारूढ़ गठबंधन को राजनीतिक तमाशा लंबा खींचने के बजाय इस विधेयक को खारिज करने के लिए प्रस्ताव पारित करने को प्राथमिकता देनी चाहिए।’’
पीडीपी अध्यक्ष ने हाल में यहां ट्यूलिप गार्डन में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू के बीच हुई मुलाकात का संदर्भ देते हुए कहा कि यह मुलाकात देश के 24 करोड़ मुसलमानों के लिए एक संकेत प्रतीत होती है।
सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पहले ही इन आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है कि विपक्ष ‘‘ख्याली पुलाव पका रहा है।’’
महबूबा ने कहा, ‘‘वक्फ संशोधन विधेयक को संसद में पारित कराने के बाद, मंत्री किरेन रीजीजू ने रणनीतिक रूप से कश्मीर का दौरा करने का फैसला किया। भारत के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य के मुख्यमंत्री ने उनका भव्य स्वागत किया - ऐसा लगता है कि यह कदम भारत भर के 24 करोड़ मुसलमानों को यह संकेत देने के लिए जानबूझकर उठाया गया है कि जब देश के एकमात्र मुस्लिम बहुल क्षेत्र का नेता समर्थन में खड़ा है, तो उनके विचारों का कोई महत्व नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन की पृष्ठभूमि में यह दौरा समुदाय के हाशिए पर होने और शक्तिहीन होने का सार्वजनिक उत्सव जैसा लगा।’’
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अब्दुल्ला के कार्यों से मुस्लिम समुदाय में अलग-थलग और लाचार होने की भावना और गहरी हो गई है।
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