जम्मू कश्मीर विधानसभा की कार्यवाही बुधवार (9 अप्रैल) को शुरू होते ही सदन में वक्फ कानून के खिलाफ फिर हंगामा मच गया।
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जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बुधवार को लगातार तीसरे दिन, नियत कामकाज स्थगित कर वक्फ कानून पर चर्चा की मांग की गई और कार्य स्थगन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दिए जाने के विरोध में जोरदार हंगामा हुआ जिसके चलते सदन की कार्यवाही तीन घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।
संशोधित कैलेंडर के अनुसार, बुधवार को बजट सत्र का अंतिम दिन निर्धारित है। यह सत्र तीन मार्च को शुरू हुआ था।
पिछले दो दिनों में वक्फ कानून पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष और सत्तापक्ष के विधायकों की तीखी नोकझोंक के चलते विधानसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी थी।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा की कार्यवाही सोमवार को 12 दिन के अवकाश के बाद जैसे ही शुरू हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और उसके सहयोगी दलों द्वारा वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया गया जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मामला अदालत में विचाराधीन है।
यही स्थिति मंगलवार को भी रही।
बुधवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, नेकां के विधायक एक बार फिर चर्चा की मांग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समीप आ गये।
इसी दौरान विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक भी नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा के नेतृत्व में आसन के समीप पहुंच गए। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की और कुछ सदस्य धरने पर बैठ गए।
हंगामा थमते न देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को अपराह्न एक बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
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