महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जहां महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सत्ता में आने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, वहीं महायुति भी सत्ता में बने रहने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।
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इन सबके बीच, बागी उम्मीदवारों ने दोनों गठबंधनों की चिंता बढ़ा दी है।
राजनीतिक हलकों में इस समय बागी उम्मीदवारों की चर्चा जोरों पर है। ये उम्मीदवार दोनों प्रमुख गठबंधनों के लिए एक नई चुनौती बनते जा रहे हैं। ऐसे में महाविकास अघाड़ी के लिए सोमवार को एक अहम खबर सामने आई है।
पुणे में कस्बा विधानसभा क्षेत्र से बागी कांग्रेस नेता मुख्तार शेख ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन वापस लेते हुए एमवीए के आधिकारिक उम्मीदवार रवींद्र धांगेकर का समर्थन करने का फैसला लिया है।
मुख्तार शेख के इस कदम से महाविकास अघाड़ी को न केवल एक मजबूत उम्मीदवार का समर्थन मिला है, बल्कि उन्हें मुख्तार शेख के समर्थकों का भी समर्थन मिलेगा।
बता दें कि महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी।
भारत निर्वाचन आयोग के मुताबिक, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए एक लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पूर्व में कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 9.63 करोड़ मतदाता मतदान करेंगे, जिनमें 4.97 करोड़ पुरुष वोटर हैं, जबकि 4.66 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा 1.85 करोड़ युवा वोटरों की उम्र 20 से 29 साल के बीच है। वहीं, 20.93 लाख वोटर पहली बार मतदान में हिस्सा लेंगे। 12.43 लाख वोटरों की उम्र 85 साल से अधिक है। इसके साथ ही ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 6,031 है।
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