एक युग का अंत : बेलगावी में कांग्रेस अधिवेशन में शामिल नेताओं ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर जताया शोक

Last Updated 27 Dec 2024 11:38:11 AM IST

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि राष्ट्र के लिए उनके योगदान को लंबे समय तक याद रखा जाएगा।


भारत में आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह का गुरूवार रात अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे।

पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने के लिए बेलगावी आए थे। सिंह के निधन के बाद अधिवेशन रद्द होने के कारण वे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

यह सम्मेलन बेलगावी में हुए कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी मनाने के लिए आयोजित किया गया था, जिसकी अध्यक्षता महात्मा गांधी ने 26 और 27 दिसंबर 1924 को की थी।

बेलगावी हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया और याद किया कि वे चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय में पड़ोसी थे।

उन्होंने कहा, "वह (सिंह) मुझे लगभग उसी दिन से जानते थे, जिस दिन मैंने इस दुनिया में अपनी आंखें खोली थीं। मुझे उनकी सरकार में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में सेवा करने का सौभाग्य मिला। वह एक सज्जन, महान बुद्धिजीवी और बहुत दृढ़ विश्वास वाले व्यक्ति थे।"

तिवारी ने कहा कि सिंह ने 1991 के आर्थिक उदारीकरण के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था के दरवाजे लाखों युवाओं के लिए खोल दिए। उन्होंने कहा, "मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले और हम सभी उनसे प्रेरणा लेते रहें।"

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी सिंह के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि वह उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद करते हैं, जिन्होंने हमेशा अपने देश को सर्वोपरि रखा।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, "मनमोहन सिंह भारत के महान सपूत थे। प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और आरबीआई गवर्नर के रूप में उनके योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा। मुझे उनके मंत्रिमंडल में काम करने का सौभाग्य और सम्मान मिला। वह ऐसे व्यक्ति थे जो राष्ट्र को सर्वोपरि मानते थे।" उन्होंने कहा कि सिंह ने देश के लिए जो भी सुधार किए हैं, उन्हें लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उनकी सबसे अच्छी खूबी ईमानदारी, विनम्रता और विश्वसनीयता थीं।

पायलट ने कहा, " मैं उनके परिवार, उनके प्रशंसकों, भारत और दुनिया भर में उनके समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में भारत उनके दिखाए रास्ते पर चल सकेगा।"

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया और याद किया कि वह उन्हें कई वर्षों से जानते थे, जब वे संयुक्त राष्ट्र में काम करते थे।

उन्होंने कहा, "उनके (सिंह के) प्रधानमंत्री बनने के बाद हमारे बीच बहुत करीबी संबंध थे। वह ही थे जो मुझे सोनिया गांधी के साथ राजनीति में लेकर आए थे। यह बहुत दुखद है कि वह हमें छोड़कर चले गए।"

थरूर ने याद दिलाया कि किस प्रकार सिंह ने अपने सुधारों के माध्यम से देश के आर्थिक संकट को संभाला था। उन्होंने कहा कि जब अन्य देश परेशानियों का सामना कर रहे थे, तब सिंह के नेतृत्व में भारत मजबूती से बेहतर काम कर रहा था।

राष्ट्र की बेहतरी के लिए इतने अच्छे बदलाव लाने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री को देते हुए उन्होंने सिंह को बड़े दिल वाले एक विनम्र व्यक्ति के रूप में याद किया, जिन्होंने बड़ी करुणा के साथ काम किया।

अधिवेशन में शामिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि मैंने उनके साथ काम किया। मैं उनकी टीम का हिस्सा रहा हूं। उन्होंने आगे कहा कि मनमोहन सिंह बहुत ही सहज प्रवृत्ति के नेता थे। उनके जैसा नेता मिलना मौजूदा राजनीति में मुश्किल है। उन्होंने हमेशा ही दूसरों को आगे बढ़ाने का काम किया। हम सभी के लिए दुख की बात है कि पूरे देश को आर्थिक नीति प्रदान करने वाला नेता आज हमारे बीच से चला गया, आज हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी नारायण स्वामी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए दुख की बात है कि प्रख्यात अर्थशास्त्री और आधुनिक भारत के शिल्पकार आज हमारे बीच नहीं रहे। वह एक महान दार्शनिक थे। वित्त मंत्री रहते हुए डॉ मनमोहन सिंह ने देश के आर्थिक सुधारों में अहम योगदान दिया, ताकि भारत विकसित राष्ट्रों के साथ मुकाबला कर सके। उन्होंने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया।

कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं उनके साथ अपने साथ हुए पुरानी घटनाओं को नहीं भूल सकता हूं। मुझे आज भी याद है, जब हमारे इसरो के वैज्ञानिक अपने दो मिशन को पूरा करने में विफल रहे थे, तो मुझे मनमोहन सिंह ने कहा था कि आप इसरो के वैज्ञानिकों के पास जाइए और उन्हें उत्साहित कीजिए कि वो अपने मिशन को जारी रखे। इसके बाद हम सभी वैज्ञानिकों को दिल्ली लेकर आए। हमने उन्हें यह एहसास दिलाया कि आप कर सकते हैं। यकीन मानिए, इसके बाद हमारे वैज्ञानिकों ने पांच मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। जिसमें मंगलयान भी शामिल है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र हुड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया। उन्होंने उनके साथ अपनी एक मुलाकात का जिक्र करते हुए बताया कि देश जब आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियों का सामना कर रहा था, तब मनमोहन सिंह देश के वित्त मंत्री थे। उन दिनों मैं सांसद हुआ करता था, तब मेरी उनसे मुलाकात हुई थी। उन दिनों में देश में खाद की कीमत आसमान छू रही थी। मैंने इस मुद्दे को उनके सामने उठाया। मैंने उनसे अनुरोध किया की इस दिशा में कदम उठाए जाए, तो उन्होंने छोटे किसानों के लिए खाद की कीमतें कम रखी और बड़े किसानों के लिए खाद के दामों में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया।'

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, 'इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि अगर देश में आर्थिक सुधारों की दिशा में किसी ने अपना योगदान दिया, तो वो डॉ मनमोहन सिंह ही हैं। उन्होंने देश को आर्थिक स्थिति में पहुंचाया। उन्होंने हरियाणा के विकास में भी अमूल्य योगदान दिया।'

तिवारी, थरूर और पायलट के अलावा कई कांग्रेस नेता हवाई अड्डे पर दिल्ली वापस जाते देखे गए।
 

भाषा/आईएएनएस
नई दिल्ली


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