कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने यहां एक भवन ढहने की घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के निकट परिजन को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की गुरूवार को घोषणा की और कहा कि सरकार घायलों के उपचार का पूरा खर्च वहन करेगी।
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उन्होंने कहा कि आठ लोगों की मौत का कारण बनी यह घटना बारिश के चलते नहीं हुई थी बल्कि इसके लिए घटिया निर्माण कार्य जिम्मेदार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाइसेंस प्राप्त किए बिना भवन का निर्माण अनधिकृत रूप से किया जा रहा था और इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया है।
सिद्धरमैया ने कहा कि आठ लोगों को बचा लिया गया। छह घायलों में से तीन की हालत गंभीर है लेकिन उन्हें खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
हेन्नुर के पास बाबूसपायला में घटना स्थल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के निकट परिजन को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी, जिसमें दो लाख रुपये श्रम विभाग और तीन लाख रुपये बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) द्वारा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार घायलों को अनुग्रह राशि देने पर भी विचार कर रही है। उन्होंने उस अस्पताल का भी दौरा किया जहां घायलों का उपचार किया जा रहा है।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘यह रकम जान जाने से हुई क्षति की भरपाई नहीं कर सकती लेकिन मुआवजा देना होगा क्योंकि वे श्रमिक थे। जान गंवाने वाले लोगों के शवों को उनके मूल निवास स्थानों पर भेजने के लिए हर आवश्यक इंतजाम किये जाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि भवन ढहने के बाद इलाके के संबद्ध सहायक अधिशासी अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कहा है कि नोटिस जोनल अधिकारी, जो एक आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा के) अधिकारी हैं, और इलाके के अधिशासी अभियंता को भी दिया जाए।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बीबीएमपी के मुख्य आयुक्त तुषार गिरि नाथ को निर्देश दिया है कि किसी भी कारण अनधिकृत निर्माण की अनुमति नहीं दी जाए।
शहर में जलजमाव के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल में येलहंका इलाके में एक दिन में 170 मिलीमीटर बारिश हुई। उन्होंने कहा, ‘‘इतनी बारिश 125 साल में पहली बार हुई।’’
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