ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में महानदी से पांच और शवों के मिलने के साथ ही नौका पलटने की घटना में मारे गए लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर सात हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
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अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार शाम नाव पलटने के तुरंत बाद तलाश अभियान शुरू करने वाले ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल तथा अग्निशमन सेवा के कर्मियों ने महानदी से पांच और शव बरामद किए हैं।
इससे पहले, दो लोगों के शवों को बाहर निकाला गया था और सात लोग लापता थे। उन्होंने कहा, ‘‘नदी के हीराकुंड जलाशय से पांच और शव बरामद किए गए।’’
अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘पांच स्कूबा गोताखोरों ने अपने हेडगियर में कैमरे लगाकर तलाश अभियान शुरू किया और उन्होंने दो महिलाओं तथा तीन लड़कों के शवों का पता लगाया।’’
अधिकारी ने बताया कि तलाश अभियान अब भी जारी है।
हादसे में मारे गए सभी लोग पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे।
यह हादसा तब हुआ जब करीब 50 लोग ओडिशा के बारगढ़ जिले के पथरसेनी कुडा स्थित मंदिर के दर्शन करने के बाद नौका से लौट रहे थे। नाव झारसुगुड़ा जिले के रेंगाली पुलिस थाना अंतर्गत शारदा घाट पहुंचने वाली थी कि इससे पहले यह हादसे की शिकार हो गई।
अधिकारी ने बताया कि स्थानीय मछुआरों ने 40 यात्रियों को बचाया।
सूत्रों ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रशासन ने शवों को ले जाने की व्यवस्था की है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नाव पलटने की घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
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