प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) ने शिवसागर और तिनसुकिया जिलों में हाल ही में हुए ग्रेनेड विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है।
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रविवार शाम को जारी एक बयान में उग्रवादी समूह ने असम के पुलिस महानिदेशक जी.पी.सिंह को राज्य पुलिस को अपनी "पैतृक संपत्ति" मानने के ख़िलाफ़ चेतावनी दी।
उल्फा-आई ने शीर्ष पुलिस अधिकारी को धमकी दी कि अगर उन्होंने अपना अहंकार नहीं छोड़ा तो वे और अधिक ग्रेनेड हमले करेंगे।
“हमारी असम पुलिस से कोई दुश्मनी नहीं है। लेकिन असम पुलिस को अपनी पैतृक संपत्ति मानने के खिलाफ जी.पी. सिंह को चेतावनी देना चाहेंगे। संगठन ने बयान में कहा, सिंह के अहंकार के कारण असम पुलिस में कार्यरत अधिकारियों/कर्मियों व राज्य के मूल लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंची है।
“हमने जो दो ऑपरेशन किए वे जी.पी. सिंह के अहंकार की प्रतिक्रिया मात्र हैं। इसके साथ ही हम चाहेंगे कि जी.पी. सिंह को यह एहसास हो कि भविष्य में उल्फा-आई किसी भी स्थान पर किसी भी तरह का अभियान चला सकता है, अगर उन्होंने असम पुलिस को अपनी पैतृक संपत्ति मानना बंद नहीं किया।''
दो ग्रेनेड विस्फोट 22 नवंबर और 9 दिसंबर को हुए थे।