कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और राज्य पार्टी अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सोमवार को कहा कि गठबंधन से असंतुष्ट भाजपा और जद (एस) के नेता कांग्रेस में शामिल होने के लिए आगे आ रहे हैं।
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शिवकुमार ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस मामले पर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और कैबिनेट मंत्रियों के साथ चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा, “हमने जमीनी स्तर पर भाजपा और जद (एस) पार्टी कार्यकर्ताओं को शामिल करने के लिए हरी झंडी दे दी है। हम दल-बदल विरोधी कानून को लेकर भी सावधान हैं।''
गठबंधन की घोषणा के बाद, बड़ी संख्या में नेताओं, विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित नेताओं, ने जद (एस) छोड़ने का फैसला किया है।
जनता दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम ने इस घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन मुस्लिम नेता इस संबंध में बैठक कर चुके हैं।
जब शिवकुमार से लोकसभा सीटों के लिए मंत्रियों को पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राज्य की सभी 28 लोकसभा सीटों के लिए पर्यवेक्षक पहले ही नियुक्त किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि चूंकि, भारी और मध्यम उद्योग मंत्री एम.बी. पाटिल विदेश में हैं और बिजली मंत्री के.जे. जॉर्ज अब पार्टी की केंद्रीय समिति में हैं, इसलिए उन्हें पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त नहीं किया गया है।
शिवकुमार ने बताया, “मुझे 10 दिन में सभी लोकसभा सीटों की रिपोर्ट मिल जाएगी। उम्मीद है कि हर सीट के लिए दो से तीन नाम फाइनल कर लिए जाएंगे। उम्मीदवारों की पहली सूची जनवरी से पहले जारी की जाएगी।”
जब शिवकुमार से आलाकमान द्वारा मंत्रियों को लिखे गए उस पत्र के बारे में पूछा गया जिसमें उनसे अधिक उपमुख्यमंत्री पदों के सृजन पर चर्चा न करने के लिए कहा गया था, तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
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