पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने विधानसभा सत्रावसान संबंधी स्टालिन की टिप्पणी का करारा जवाब दिया
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने विधानसभा सत्रावसान को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह मामले की जानकारी के बिना इस विषय पर प्रतिक्रिया कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ |
धनखड़ ने एक ट्वीट में कहा स्टालिन की अत्यंत कठोर और आहत करने टिप्पणियां तथ्यों के अनुरूप नहीं हैं ।
धनखड़ ने यह प्रतिक्रिया तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की उस टिप्पणी के बाद की है जिसमें उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का विधानसभा का सत्रावसान करना 'बिना किसी औचित्य के' है।
स्टालिन ने एक ट्वीट में कहा था, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल द्वारा पश्चिम बंगाल विधानसभा सत्र को स्थगित करने का कार्य औचित्यहीन है और स्थापित मानदंडों तथा परंपराओं के खिलाफ है।
उन्होंने कहा था, राज्य का 'प्रतीकात्मक' मुखिया संविधान के आदर्शों को बनाए रखने के लिए आदर्श होना चाहिए। लोकतंत्र की सुंदरता एक-दूसरे का सम्मान करने में निहित है।
इस मामले में तृणमूल कांग्रेस ने यह भी कहा है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने राज्य सरकार की सिफारिशों पर राज्य विधानसभा का सत्रावसान किया था और इसमें कोई भ्रम नहीं था।
स्टालिन के ट्वीट और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल तथा तृणमूल कांग्रेस की प्रतिक्रिया ने तमिलनाडु शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के बीच द्रमुक को निशाना बनाने के लिए अन्नाद्रमुक को एक और मसला दे दिया है।
पार्टी नेता, वी. पेरियासामी ने रविवार को एक बयान में कहा, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री इस विषय पर बिना किसी पुख्ता जानकारी के हस्तक्षेप कर रहे हैं और सुर्खियों में आने की उनकी जल्दबाजी का उल्टा असर हुआ है। मुख्यमंत्री को टिप्पणी करने से पहले किसी विषय की सही जानकारी होनी चाहिए। ।
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