गोवा विधानसभा चुनाव में पणजी सीट पर भारतीय जनता पार्टी के दिवंगत नेता एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे, भाजपा के स्थानीय कद्दावर नेता अतानासियो मोनसेराटे, पूर्व में आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रह चुके और अब कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी तथा आप उम्मीदवार के बीच कांटे की टक्कर है।
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गोवा में सोमवार को मतदान में इन नेताओं की चुनावी किस्मत का फैसला होगा।
भाजपा ने विधायक मोनसेराटे को चुनाव मैदान में उतारा है। मोनसेराटे इससे पहले कांग्रेस में थे और उन्होंने 2019में भाजपा के प्रत्याशी को पराजित किया था। वह 2020में भाजपा में शामिल हो गए थे।
मोनसेराटे के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं दिवंगत मुख्यमंत्री पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर। भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने से नाराज उत्पल निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में उत्पल पर्रिकर ने अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों का जिक्र किया था और कहा था कि वह चाहते थे कि पार्टी (भाजपा) किसी बेदाग छवि वाले उम्मीदवार को टिकट दे।
कांग्रेस ने चुनाव में एल्विस गोम्स को टिकट दिया है। पूर्व नौकरशाह 2017 में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे,लेकिन बाद में पार्टी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
वहीं दूसरी ओर आप ने तीसरी बार वाल्मीकि नाइक को चुनाव मैदान में उतरा है। इससे पहले नाइक को 2017, और 2019 उपचुनाव में खड़ा किया गया था।
नाइक ने कहा कि निर्वाचित होने पर वह पणजी निर्वाचन क्षेत्र में रोजगार पर ध्यान केंद्रित करेंगे और वार्ड सभाओं का आयोजन करेंगे जिसमें नागरिक विधायक और अधिकारियों की उपस्थिति में अपने मुद्दों को हल करा सकते हैं।
इन उम्मीदवारों के अलावा रिवोल्यूशनरी गोवा पार्टी (आरजीपी) से राजेश रेडकर (50) भी चुनाव मैदान में हैं।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, पणजी में 22,408 पंजीकृत मतदाता हैं जिनमें 10,531 पुरुष और 11,877 महिलाएं हैं।
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