हिमाचल प्रदेश: धर्मशाला के भागसू नाग में बादल फटने से भारी तबाही, पानी में बह गईं कारें; उड़ानें रद्द
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के भागसू नाग में सोमवार सुबह अचानक बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। आलम ये है कि पानी के तेज बहाव के साथ सड़कों पर खड़ी कई कारें भी बह गईं।
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बाढ़ के कारण खड्ड और नाल ऊफान आ गये और इनके किनारे स्थित अनेक मकान, झुग्गी झोंपड़ियां और सड़कों पर खड़ी गाड़ियां बह गईं। बाढ़ के कारण अनेक पुलों को भी नुकसान पहुंचा है वहीं सड़कों पर अनेक जगह भूस्खलन होने वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ है। इन्हें वैकल्पिक मार्ग से रवाना किया जा रहा है। प्रकृति के इस रौद्र रूप से नदी नालों के आसपास तबाही का मंजर है वहीं किसी और बड़ी अनहोनी की आशंका से लोग सहमे हुये हैं।
#WATCH Flash flood in Bhagsu Nag, Dharamshala due to heavy rainfall. #HimachalPradesh
— ANI (@ANI) July 12, 2021
(Video credit: SHO Mcleodganj Vipin Chaudhary) pic.twitter.com/SaFjg1MTl4
जिले के ऊपरी क्षेत्रों समेत राज्य के अनेक क्षेत्र में कल शाम से ही भारी बारिश हो रही है जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। बारिश और बाढ़ के कारण धर्मशाला में सड़कों पर खड़े वाहनों को क्षति पहुँची है।
#WATCH | Manjhi River rages after heavy rainfall near Dharamshala. #HimachalPradesh pic.twitter.com/SvXhs1kKMS
— ANI (@ANI) July 12, 2021
धर्मशाला में 185 मिलीमीटर, पालमपुर में 155 मिमी, बैजनाथ और माला में 105 मिमी, बारिश दर्ज की गई। मंडी-पठानकोट राजमार्ग पर राजोल में गज खड्ड पर बना पुल क्षतिग्रस्त होने वहां से वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है तथा पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। राजमार्ग पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई हैं। वाहन चालक वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं लेकिन सम्पर्क मार्ग पर भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। बनोई के निकट भी गज खड्ड ने भारी कोहराम मचाया। यहां पर भी घरों में पानी घुस गया और सड़कों के ऊपर से बह रहा है।
कांगड़ा के बगली में बाढ़ के कारण कई मकान बह गए हैं और अनेक घरों में पानी घुस गया है। पानी का तेज बहाव मनेड में झुग्गियों के साथ इनमें रखा सामान भी बहा ले गया। खराब मौसम और भारी बारिश के चलते गगल हवाईअड्डे पर आज आने वाली सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। हेली तथा हवाई टैक्सी की सेवाएं भी आज स्थगित रहेंगी।
गगल हवाईअड्डे के के यातायात प्रभारी गौरव कुमार ने जानकारी देते हुये बताया कि आज न तो एयर इंडिया और न ही स्पाइसजेट की उड़ानें यहां आएंगी।
कांगड़ा जिला उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने लोगों से मानसून सीजन के दौरान नदी नालों तथा खड्डों के नजदीक न जाने तथा भूस्खलन की आशंका के मद्देनजर संवेदनशील जगहों पर भी न जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर ज्यादा पानी आने पर लोगों को दूसरी जगहों पर विस्थापित भी किया गया है। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को राहत एवं पुनर्वास में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि आपदाओं से निपटने के लिए जिला तथा उपमंडल स्तर पर नियांण कक्ष स्थापित किए गए हैं जो 24 घंटे खुले रहेंगे।
बारिश के कारण पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग भी अवरूद्ध हो गया है। ज्वालामुखी रोड (रानीताल) कांगड़ा रेलवे स्टेशनों के बीच भूस्खलन होने से रेलवे लाईन अनेक स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने से रेलगाड़यिां पठानकोट से ज्वालामुखी रोड तक ही आ रही हैं। रेलवे लाईन बहाल करने में दो-तीन दिन लग सकते हैं। पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेलमार्ग पर सवा साल के अंतराल बाद गत एक जुलाई से चार रेलगाड़ियां चलनी शुरू हुई थीं लेकिन पहली बरसात में ही रेलमार्ग क्षतिग्रस्त होने से ज्वालामुखी रोड से आगे फिर रेलगाड़ियों का आवागमन अवरूद्ध हो गया है।
फिरोजपुर मंडल रेलवे अभियंता विनोद कुमार के अनुसार भारी बारिश के कारण ज्वालामुखी रोड रेलवे स्टेशन, कोपड़लाहड़ रेलवे स्टेशन और कांगड़ा रेलवे स्टेशन के बीच कम से कम आठ स्थानों पर भूस्खलन होने से रेल लाईन क्षतिग्रस्त हो गई है तथा बारिश थमने के बाद ही इसकी मरम्मत हो पाएगी तथा इसे बहाल करने के लिए दो-तीन दिन का समय लग सकता है।
वहीं राज्य के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के आयुक्त नीरज कुमार ने राज्य में मानसून के सक्रिय होने तथा भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-तीन, मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर पागल नाला, तेलिंग नाला, भरतपुर नाला में जलस्तर बढ़ने को देखते हुये लोगों से इन राजमार्गों पर यात्रा से परहेज करने की अपील की है। उन्होंने आपात स्थिति और सड़क की स्थिति के बारे में जानकारी के लिए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष के दूरभाष 94594-61355 पर सम्पर्क करने और लोगों से भारी बारिश होने के कारण भूस्खलन आदि की आशंका को देखते हुये बेवजह अपने घरों से न निकलने की सलाह दी है।
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