राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बिहार नेतृत्व को बदलने की सुगबुगाहट तेज है। चर्चा है कि इस साल विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी किसी नए नेतृत्व में चुनावी मैदान में उतरेगी।
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राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने पटना में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 18 जनवरी को बुलाई है। इसमें राजद के सांगठनिक चुनाव को लेकर फैसले लिए जाएंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में जगदानंद सिंह राजद प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ सकते हैं। उनकी जगह किसी अन्य नेता को बिहार में पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है।
दरअसल, सिंह पहले से ही स्वास्थ्य कारणों से अध्यक्ष पद से मुक्ति चाह रहे हैं। इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। ऐसे में राजद में प्रदेश नेतृत्व बदलने की सुगबुगाहट तेज है।
राजद के एक नेता का भी मानना है कि प्रदेश अध्यक्ष सिंह का स्वास्थ्य उनका साथ नहीं दे रहा है। ऐसे में पार्टी अब नए नेतृत्व पर विचार कर रही है।
कहा यह भी जा रहा है कि राजद नेतृत्व बिहार इकाई की कमान किसी ऐसे व्यक्ति को सौंपना चाह रहा है, जो उसके परंपरागत सामाजिक समीकरण को एकजुट रखते हुए अपेक्षित जाति, वर्ग को भी जोड़ सके।
वैसे, बिहार इकाई के अध्यक्ष की खोज इतनी आसान भी नहीं है। इस पद के लिए ऐसे व्यक्ति का ही चुनाव होगा जो न केवल लालू यादव का प्रिय हो बल्कि उसका समर्थन तेजस्वी यादव भी करें। यही नहीं, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी अपने उत्तराधिकारी के चयन में महत्वपूर्ण राय रखेंगे। कहा तो जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने इसको लेकर मंथन भी शुरू कर दिया है।
राजद के एक नेता ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि राजद जहां प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर अपने वोट बैंक माय (मुस्लिम, यादव) समीकरण को ध्यान में रखेगी, वहीं तेजस्वी यादव के ए टू जेड फॉर्मूले को भी नजर रहेगी।
बहरहाल, राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सुगबुगाहट तेज है और माना जा रहा है कि मकर संक्रांति के बाद राजद को नया प्रदेश अध्यक्ष भी मिल जाएगा।
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