बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को चिन्हित करने के लिए पुलिस पहुंची कालिंदी कुंज, लोगों से की पूछताछ
दिल्ली में बांग्लादेशी रोहिंग्या को लेकर दिल्ली पुलिस विशेष अभियान चला रही है। पुलिस ने दिल्ली के कालिंदी कुंज थाना क्षेत्र में मंगलवार को फिर चेकिंग की और बांग्लादेशी लोगों को चिन्हित करने की कवायद शुरू की। पुलिस ने इस संबंध में कंचन कुंज मदनपुर खादर इलाके में कई लोगों से पूछताछ की।
![]() बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को चिन्हित करने के लिए लोगों से पूछताछ |
इस दौरान पुलिस ने कई लोगों के आधार कार्ड और पहचान पत्रों की जांच की। कंचन कुंज मदनपुर खादर में चेकिंग के दौरान पुलिस को कोई संदिग्ध नहीं मिला। पुलिस ने अभियान के तहत कई लोगों से पूछताछ की। इस दौरान बड़ी संख्या में असम और बंगाल के रहने वाले लोग मिले।
इस बीच, यहां रहने वाले कई लोगों ने आईएएनएस से बातचीत की।
यहां रहने वाले शानिक उन असलम ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि पुलिस ने हमसे पूछताछ की। हमारे आधार कार्ड सहित अन्य डॉक्यूमेंट चेक किए। हमसे हमारे गांव और यहां का प्रूफ मांगा गया। हमने अपना सब कुछ दिखा दिया। हम असम के रहने वाले हैं, बांग्लादेश के नहीं। हमारे पास दिल्ली का आधार कार्ड है। पुलिस ने हमसे बहुत सवाल किया। यहां पर कोई भी बांग्लादेशी नहीं है। सभी लोग असम के रहने वाले हैं।
यहां रहने वाले एक अन्य शख्स मुकदर अली ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि मैं 12-13 सालों से यहां रह रहा हूं। मैं यहां अपनी फैमिली के साथ रहता हूं। जब मैं 10 साल का था, तभी दिल्ली आया था। पुलिस ने हमारा आधार कार्ड चेक किया और अन्य दस्तावेज चेक किए। पुलिस ने हमसे पूछा कि आप कहां से हो, क्या करते हो, हमने पुलिस को बताया कि हम असम के रहने वाले हैं और कई सालों से दिल्ली में रह रहे हैं।
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