Farmer Protest : दलित प्रेरण स्थल पर धरना दे रहे किसानों को जबरन किया गिरफ्तार, 200 को भेजा लुक्सर
Farmer Protest : मांगों को लेकर दलित प्रेरणा स्थल पर धरना दे रहे किसानों को पुलिस प्रशासन ने मंगलवार को जबरन गिरफ्तार कर लिया। किसानों को गिरफ्तार करने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद था।
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गिरफ्तारी देने का विरोध करने वाले किसानों से पुलिस की झड़प हो गई, धक्का-मुक्की भी हुई। महिला किसानों को भी पुलिस ने नहीं छोड़ा। जो किसान आसानी से उठकर चले गए उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। किसानों की गाड़ियों को पुलिस ने क्रेन से उठवा लिया।
किसानों की गिरफ्तारी के लिए ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर के नेतृत्व में डीसीपी समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स मंगलवार शाम को दलित प्रेरणा स्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने लाउड स्पीकर से सभी को धरनास्थल खाली करने के निर्देश दिए।
किसान नहीं माने तो पुलिस जबरन उठाने लगी। पुलिस की जबरन गिरफ्तारी के बाद दो महिला किसान बेहोश हो गई। साथी महिलाओं ने पानी की छींटे डालकर उन्हें होश में किया। इसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें रोडवेज बस तक लेकर पहुंची।
करीब तीन-चार बसों में किसानों को भरकर सूरजपुर पुलिस लाइन ले जाया गया जहां से सभी किसानों को पुलिस लुक्सर जेल लेकर पहुंची। इस दौरान कड़ी सुरक्षा रही। बसों के आगे पीछे पुलिस की गाड़ियां चलती रहीं।
इस दौरान किसान बस में सरकार विरोधी नारे लगाते रहे। पुलिस सूत्रों से पता चला कि करीब दो सौ किसानों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं धरनास्थल राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह भी पहुंचीं।
दबाव में वार्ता नहीं, जेल जाने को तैयार : इससे पहले मंगलवार सुबह धरना स्थल पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पवन खटाना ने किसानों को संबोधित किया। उन्होंने ने पुलिस प्रशासन पर दबाव डालकर बात करने का आरोप लगाया है।
किसानों का कहना कि प्रशासन की मंशा ठीक नहीं लग रही है। गांव में पुलिस फोर्स लगा रखी है। किसान, किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट कर रखा है। कुछ लोगों को थाने पर बैठा रखा है। किसानों का कहना है कि ऐसे दबाव में वार्ता नहीं करेंगे। जेल जाने को हम तैयार हैं। हम यहां जेल जाने को ही आए हैं।
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