भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे ऑस्टिन के बीच गुरुवार को एक महत्वपूर्ण मुलाकात हुई। यह मुलाकात वियनतियाने, लाओ पीडीआर में 11वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक (एडीएमएम)-प्लस के मौके पर हुई। दोनों देशों ने परिचालन समन्वय, सूचना-साझाकरण और औद्योगिक नवाचार पर आधारित भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी की सराहना की।
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दोनों पक्षों ने अमेरिका-भारत रक्षा औद्योगिक सहयोग रोडमैप के तहत हुई उल्लेखनीय प्रगति को अपनी स्वीकार्यता दी। इसमें जेट इंजन, युद्ध सामग्री और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम के लिए प्राथमिकता वाली सह-उत्पादन व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए चल रहा रक्षा सहयोग शामिल है। इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने अगस्त 2024 में अमेरिका की अपनी हालिया यात्रा को याद किया।
इस यात्रा में दो महत्वपूर्ण दस्तावेज तय किए गए थे। इनमें आपूर्ति सुरक्षा समझौता (एसओएसए) और संपर्क अधिकारियों की तैनाती के संबंध में समझौता ज्ञापन शामिल है। दोनों पक्षों ने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत को बनाए रखने के लिए सैन्य साझेदारी और अंतरसंचालनीयता को गहरा करने के लिए चल रहे प्रयासों का स्वागत किया है। 21 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में सफल क्वाड शिखर सम्मेलन की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए, राजनाथ सिंह ने दोनों पक्षों के मिलकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इनमें इंडो-पैसिफिक में प्रशिक्षण के लिए नई क्षेत्रीय समुद्री पहल, पहला क्वाड-एट-सी शिप ऑब्जर्वर मिशन, प्राकृतिक आपदाओं में नागरिक प्रतिक्रिया को अधिक तेजी से रिस्पांस देने के लिए क्वाड इंडो-पैसिफिक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, पायलट प्रोजेक्ट शामिल है। दोनों पक्षों ने भारत-अमेरिका द्वारा समर्थित दोनों सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के रक्षा नवाचार को आर्थिक मदद की पुष्टि की। दोनों पक्ष रणनीतिक हितों में बढ़ते भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग से हासिल की गई गति को जारी रखने पर सहमत हुए। रक्षा मंत्री ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को गहरा और विस्तारित करने में समृद्ध और स्थायी योगदान के लिए अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन को भारत का मित्र बताया। उन्होंने कहा कि लॉयड ऑस्टिन भारत के एक ऐसे मित्र हैं, जिनका भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को मजबूत करने में योगदान अनुकरणीय रहा है। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑस्ट्रेलिया एवं दक्षिण कोरिया समेत कई अन्य राष्ट्रों के रक्षा मंत्रियों से भी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुलाकातें कीं।
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