जल जीवन मिशन: 16 करोड़ ग्रामीण परिवारों को अब नल का पानी उपलब्ध
जल शक्ति मंत्रालय का कहना है कि देश में लगभग 16 करोड़ ग्रामीण परिवारों को अब पीने योग्य पानी उपलब्ध है। 'जल जीवन मिशन' की शुरुआत के समय केवल 17 प्रतिशत ग्रामीण घरों को पीने योग्य पानी मिल रहा था जबकि अब यह आंकड़ा 78.58 प्रतिशत है।
जल जीवन मिशन |
'जल जीवन मिशन' का उद्देश्य प्रत्येक ग्रामीण परिवार को पानी के नल का कनेक्शन प्रदान करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन की शुरुआत की थी।
मंत्रालय ने कहा कि 6 अक्टूबर तक मिशन के तहत 15.19 करोड़ ग्रामीण परिवारों को पानी के नल का कनेक्शन मिल चुका है। मिशन के शुरू होने के बाद से 11.95 करोड़ नए टैप वाटर कनेक्शन दिए गए हैं।
गोवा, हरियाणा, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में 100 प्रतिशत ग्रामीण घरों तक पीने का स्वच्छ पानी पहुंच चुका है। इसके अलावा, देश भर में 9.29 लाख से अधिक स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों तक स्वच्छ पानी पहुंच रहा है।
मंत्रालय के मुताबिक फील्ड टेस्ट किट का इस्तेमाल करके जल गुणवत्ता की जांच करने के लिए 24 लाख से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है। अब तक 54 लाख से अधिक जल नमूनों का परीक्षण किया गया है।
इस पहल का मकसद ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों के बीच पानी की आपूर्ति के अंतर को कम करना और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।
'जल जीवन मिशन' ग्रामीण महिलाओं को घर के लिए पानी लाने की मेहनत से मुक्ति दिलाने, उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक -आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का एक प्रयास है। यह मिशन जीवन को आसान बनाने के साथ ग्रामीण परिवारों के लिए गौरव और सम्मान का प्रतीक है।
'जल जीवन मिशन' सुरक्षित पेयजल को लेकर जागरूकता बढ़ाने और जल को सभी की जिम्मेदारी बनाने की एक कोशिश है।
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