चुनाव आयोग ने उसकी कार्यप्रणाली पर संदेह जताने पर की खड़गे की आलोचना
मतदान के आंकड़ों में विसंगतियों के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ट्वीट को भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने "अवांछनीय" करार देते हुए उनकी आलोचना की है।
भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) |
आयोग ने शुक्रवार को खड़गे को लिखे एक पत्र में कहा कि ट्वीट में किए दावे चुनाव के सुचारु संचालन और स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव के प्रति भ्रम पैदा करने के लिए किए गए प्रतीत होते हैं।
इससे पहले, खड़गे ने ईसीआई द्वारा जारी मतदान प्रतिशत डेटा में विसंगतियों और पंजीकृत मतदाताओं की सूची प्रकाशित न करने के संबंध में 6 मई को एक्स पर एक पत्र पोस्ट किया था।
चुनाव आयोग ने खड़गे को लिखेे पत्र में कहा, "आपने एक्स पर जो सामग्री पोस्ट की है, उससे यह स्पष्ट है कि भारत के चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगने की आड़ में, आपने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को पक्षपातपूर्ण बताने का प्रयास किया है।"
आयोग ने दावा किया कि खड़गे ने ईसीआई की विश्वसनीयता का मुद्दा उठाया है और इसे अब तक के सबसे निचले स्तर पर बताया है।
आयोग ने पत्र में लिखा, "आपने एक अजीब बयान दिया कि ईसीआई ने शायद इतिहास में पहली बार मतदान के अंतिम आंकड़ों को जारी करने में इतनी देरी की। आपने आयोग द्वारा जारी मतदान आंकड़ों की विश्वसनीयता पर संदेह जताया।"
आयोग ने आगे लिखा, "यह आश्चर्य की बात है, कि आपने भी यह संकेत दिया है कि ईवीएम के साथ कोई समस्या है। एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल द्वारा चुनावों की विश्वसनीयता पर संदेह जताना गैर जिम्मेदाराना आचरण है।"
आयोग ने कहा, "आपके द्वारा उठाए गए किसी भी संदेह की प्रामाणिकता नहीं है।"
ईसीआई ने खड़गे से कहा है कि उनके बयान गलत आधार आशंकाओं या चिंता के दायरे को पार करते हैं और अप्रमाणिक प्रतीत होते हैं।
ईसीआई ने कहा, आयोग आपके आरोपों को खारिज करता है और आपको सावधानी बरतने और ऐसे बयान देने से बचने की सलाह देता है।
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