दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में दिनदहाड़े फायरिंग की वारदात होने पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा।
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प्रदेश कांग्रेस के मुताबिक, दिनदहाड़े गोली चलना यह साबित करता है कि, दिल्ली में जंगल राज कायम है वहीं देश की राजधानी अब अपराधियों की राजधानी बन गई है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि, "दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं, मुख्यमंत्री चुनाव यात्रा में व्यस्थ है, वहीं गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली से कोई लेना देना नहीं है।"
"कोर्ट में करीब 40 राउंड गोलियां चलना जज ,वकील अन्य लोग खतरे में पड़ गए और यह घटना दर्शाती है कि खुफिया तंत्र पूरी तरह विफल हो चुका है जबकि दिल्ली पुलिस को खुफिया तंत्र से जानकारी मिली थी कि इस तरह की घटना होगी।"
"मृतक एक व्यक्ति ने एक वीडियो भी डाला जिसमें हमले की आशंका जताई गई थी उसके बाद भी खुलेआम इस तरह की घटना हुई।"
दरअसल कोर्ट में हुई फायरिंग में कुख्यात बदमाश गोगी मारा गया है। पुलिस ने भी बदमाशों की फायरिंग का जवाब दिया और दोनों को मार गिराया।
उन्होंने आगे बताया कि, "दिल्ली में मर्डर, हत्या फिरौती सहित तमाम अपराध में 2015 तथा 2019 के दौरान 57 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।"
दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 2015 तथा 2020 के दौरान 42 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष 15 अगस्त तथा इस वर्ष 15 अगस्त के दौरान बलात्कार के मामले में 36 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
शुक्रवार को हुई रोहिणी कोर्ट में दो हथियारबंद बदमाश वकील के वेश में आए थे और इसके चलते ही उन्हें पहचाना नहीं जा सका।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक टिल्लू ताजपुरिया गैंग ने वकील की ड्रेस में गोगी पर हमला किया, वहीं इस घटना से कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
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