दिल्ली में 1100 औद्योगिक इकाइयां सील होंगी
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (डीपीसीसी) ने यमुना में बढ़ते प्रदूषण को लेकर कार्रवाई करते हुए दिल्ली की करीब 1100 औेद्योगिक इकाइयों को सील करने का आदेश दिया है। कुछ दिनों में इनकी संख्या 1500 से अधिक हो जाएगी।
![]() यमुना में बढ़ते प्रदूषण |
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (डीपीसीसी) ने आदेश का पालन नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। ये इकाइयां मायापुरी, ओखला, झिलमिल, नारायणा, बादली, मंगोलपुरी, बवाना, नरेला, जीटी करनाल रोड, एसएमई जहांगीरपुरी व उद्योग नगर में हैं।
डीपीसीसी ने इन इकाइयों के निरीक्षण के दौरान इन्हें जल प्रदूषित करने का दोषी पाया। इन इकाइयों में लगे कामन इफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) या तो खराब पड़े या ठीक से काम करते नहीं पाए गए। जिन इलाकों में ये इकाइयां चल रही हैं, वहां सामूहिक स्तर पर लगे बड़े सीईटीपी प्लांट भी प्रदूषित जल का ठीक से शोधन नहीं कर पा रहे हैं। इससे इन इकाइयों का प्रदूषित जल नालों के जरिए सीधे यमुना में पहुंच रहा है।
12 ट्रीटमेंट प्लांट पर जुर्माना : डीपीसीसी ने अपशिष्ट जल के निपटान के मानकों का पालन न करने पर 12 सीईटीपी पर 12 करोड़ रु पए से अधिक का जुर्माना लगाया है। दिल्ली में 24 औद्योगिक इलाके हैं, जिनमें से 17 इलाके 12 सीईटीपीएस से जुड़े हैं, जो औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले अपशिष्ट जल को पुन: इस्तेमाल करने या उसे यमुना में बहाने से पहले उसका शोधन करते हैं।
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