दिल्ली में ब्लैक फंगस के मामले बढ़े, 620 केस दर्ज, दवाई की हो रही भारी किल्लत

Last Updated 26 May 2021 06:55:45 PM IST

दिल्ली में ब्लैक फंगस के 620 केस सामने आए हैं। हालांकि दिल्ली सरकार का कहना है कि 600 से अधिक मामले सामने आने के बावजूद उन्हें केंद्र सरकार की ओर से ब्लैक फंगस की पर्याप्त दवाई नहीं मिल रही है।


सांकेतिक फोटो

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार को ब्लैक फंगस के उपचार हेतु दो दिन पहले 400 डोज मिले थे। मंगलवार को भी करीब 400 डोज मिले हैं।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि ब्लैक फंगस की बीमारी में एक दिन में एक मरीज को करीब 6 इंजेक्शन लगाने होते हैं। अगर 600 मरीज हैं, तो हमें प्रतिदिन 3500 इंजेक्शन चाहिए, लेकिन हमें केवल 400 इंजेक्शन ही मिल पा रहे हैं। इस वजह से ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज में काफी दिक्कत आ रही है।

वहीं वैक्सीन पर दिल्ली सरकार ने एक बार फिर कहा है कि दिल्ली में वैक्सीन की बहुत ज्यादा कमी हो गई है। 18 से 44 साल के युवाओं के लिए वैक्सीन खत्म हो चुकी है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में वैक्सीन की खरीद के लिए भारत सरकार को ही पहल करनी पड़ेगी। विदेशी कंपनियों ने राज्यों को वैक्सीन बेचने से इनकार कर दिया है। इन कंपनियों का कहना है कि वह राज्य सरकारों से नहीं बल्कि केंद्र सरकार से वैक्सीन खरीद पर बात करेंगे।

सीएम ने कहा कि यह समय वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाने का था, लेकिन वैक्सीन की कमी के चलते दिल्ली समेत पूरे देश में वैक्सीनेशन सेंटर बंद होते जा रहे हैं, यह अच्छी बात नहीं है। मैं उम्मीद करता हूं कि जल्दी से जल्दी युद्ध स्तर पर वैक्सीन की सप्लाई की जाएगी, ताकि सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके।

दिल्ली सरकार का कहना है कि इस समय दिल्ली में वैक्सीन आपूर्ति की दिक्कत आ रही है। वैक्सीन की बहुत ज्यादा कमी हो गई है। 18 से 44 साल के युवाओं के लिए वैक्सीन दिल्ली में खत्म हो गई है, लेकिन अभी 44 साल से ऊपर वाले ग्रुप के लिए सरकार ने अभी कोविशील्ड की वैक्सीन थोड़े दिनों के लिए बंद की है। मैं उम्मीद करता हूं कि केंद्र सरकार भी प्रयास कर रही है कि जल्दी से दिल्ली को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन मिलेगी, ताकि हम वैक्सीनेशन की कम हुई गति को बढ़ा सकेंगे। दिल्ली में वैक्सीनेशन के लगभग सारे सेंटर बंद हो गए हैं।

केजरीवाल ने कहा कि यह स्थित सिर्फ दिल्ली में ही नहीं है, बल्कि पूरे देश भर में ऐसा देखा जा रहा है। देश भर में कई राज्यों के अंदर सेंटर बंद होते जा रहे हैं। यह तो ऐसा समय था, जब हमें सेंटर बढ़ाने चाहिए थे। हमें ज्यादा से ज्यादा सेंटर खोलने चाहिए थी, लेकिन देश भर में सेंटर बंद हो रहे हैं।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने केंद्र सरकार को लिखा है कि दिल्ली को प्रतिमाह कम से कम 80 लाख वैक्सीन चाहिए। हमने कई बार लेटर भी भेजा हैं। मैंने खुद प्रधानमंत्री को लिखा है। इसके अलावा, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी लिखा है, लेकिन अभी तक वैक्सीन की कमी तो है ही।

सीएम के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मॉडर्ना और फाइजर दोनों ने बोला है कि उनकी वैक्सीन के ट्रायल हो चुके हैं और उनकी वैक्सीन बच्चों के लिए उपयुक्त है। लेकिन अभी तक हमारे देश में उन दोनों वैक्सीन को इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं मिली है। मैं समझता हूं कि केंद्र सरकार को इसमें अब देरी नहीं करनी चाहिए और जितनी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैक्सीन उपलब्ध हैं, सबको हमारे देश के अंदर इस्तेमाल करने की इजाजत हो, खासतौर पर बच्चों के लिए जो उपयुक्त वैक्सीन मिल रही हैं।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्पूतनिक वैक्सीन के लिए हमारी बातचीत चल रही है। कल भी स्पूतनिक के साथ हमारे अधिकारियों की बैठक हुई। वे वैक्सीन देना चाहते हैं, लेकिन कितनी वैक्सीन देंगे, इस पर अभी बातचीत चल रही है।

आईएएनएस
नयी दिल्ली


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