मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना वायरस के ‘AY.4’ स्वरूप की दस्तक की पुष्टि हो गई है और छह लोग वायरस के इस नये प्रकार से संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
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मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) बीएस सैत्या ने बताया, ‘‘दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की जांच रिपोर्ट में इंदौर जिले के छह लोगों को कोरोना वायरस के एवाय.4 स्वरूप से संक्रमित बताया गया है। इन लोगों के नमूने अन्य संक्रमितों के नमूनों के साथ जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) के लिए सितंबर में एनसीडीसी भेजे गए थे।”
उन्होंने बताया कि इंदौर में महामारी के 19 महीने के इतिहास में यह पहली बार है, जब संक्रमितों में कोरोना वायरस का ‘‘एवाय.4’’ स्वरूप मिला है।
सैत्या ने हालांकि बताया कि कोरोना वायरस के इस स्वरूप से संक्रमित मिले सभी छह लोग इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उन्होंने महामारी रोधी टीके की दोनों खुराकें पहले ही ले रखी थीं।
सीएमएचओ ने बताया कि पिछले दिनों इन लोगों के संपर्क में आए 50 से ज्यादा व्यक्तियों की जांच की गई है और इसमें वे भी स्वस्थ पाए गए हैं।
इस बीच, इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. अनीता मूथा ने कहा कि कोरोना वायरस का ‘‘एवाय.4’’ स्वरूप नया है और इसकी संक्रामकता के स्तर के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले इंदौर जिले में अब तक कोविड-19 के कुल 1,53,202 मरीज मिले हैं। इनमें से 1,391 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
गौरतलब है कि इंदौर एक वक्त राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। हालांकि, बढ़ते टीकाकरण के बीच इन दिनों जिले में महामारी के इक्का-दुक्का नये मामले सामने आ रहे हैं।
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