झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आजसू पार्टी के बीच सीट शेयरिंग का ऐलान नवरात्रि के दौरान हो सकता है।
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दोनों पार्टियों के बीच इसे लेकर चल रही बातचीत में आमतौर पर सहमति बनती दिख रही है।
नई दिल्ली में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के साथ चुनाव से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के बाद सोमवार को रांची लौटे आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा, "राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात और आगामी विधानसभा चुनाव से जुड़े विभिन्न विषयों पर सकारात्मक चर्चा हुई है। हम मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरने को तैयार हैं। सीट शेयरिंग पर बातचीत जारी है।"
अमित शाह से सुदेश महतो की मुलाकात के दौरान असम के सीएम और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद रहे।
सूत्रों के अनुसार, आजसू ने 12 से 14 सीटों पर दावेदारी की है। भाजपा नेतृत्व अधिकतम 9-10 सीटें देने को तैयार है। टुंडी, चंदनकियारी, जुगसलाई, तमाड़, ईचागढ़ और लोहरदगा सीट पर दोनों पार्टियों की दावेदारी है।
झारखंड भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नवरात्रि की शुभ घड़ी में हम अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर देंगे। ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही दोनों पार्टियों में बीच का रास्ता निकल आएगा।
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा और आजसू में बात नहीं बन पाई थी। आजसू ने एनडीए से अलग हटकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। आजसू ने 52 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए थे। गठबंधन में टूट का नुकसान भाजपा और आजसू दोनों ही दलों को उठाना पड़ा था। दोनों दल 2014 का चुनाव परिणाम दोहराने में नाकाम रहे थे और उन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ा था।
इसका अहसास होने के बाद दोनों पार्टियां फिर से साथ आई हैं। हाल के लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियां साथ मिलकर मैदान में उतरीं। भाजपा ने राज्य की 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जबकि आजसू को एक सीट दी गई।
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