Congress President Polls : के एन त्रिपाठी का नामांकन पत्र खारिज, मुकाबला खड़गे बनाम थरूर
Last Updated 01 Oct 2022 03:49:48 PM IST
झारखंड के पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी के कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र को शनिवार को खारिज कर दिया गया, जिससे अब मुकाबला पार्टी के नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच होगा।
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तीनों नेताओं ने शुक्रवार को नामांकन पत्र भरा था। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर थी।
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान कुल 20 फॉर्म मिले तथा उनमें से चार को खारिज कर दिया गया है।
गौरतलब है कि खड़गे ने 14 फॉर्म भरे थे, जबकि थरूर ने पांच और त्रिपाठी ने एक फॉर्म भरा था।
मिस्त्री ने कहा कि त्रिपाठी का फॉर्म खारिज कर दिया गया है, क्योंकि उनके एक प्रस्तावक के हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ और एक अन्य प्रस्तावक के हस्ताक्षर में दोहराव था।
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान कुल 20 फॉर्म मिले तथा उनमें से चार को खारिज कर दिया गया है।
गौरतलब है कि खड़गे ने 14 फॉर्म भरे थे, जबकि थरूर ने पांच और त्रिपाठी ने एक फॉर्म भरा था।
मिस्त्री ने कहा कि त्रिपाठी का फॉर्म खारिज कर दिया गया है, क्योंकि उनके एक प्रस्तावक के हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ और एक अन्य प्रस्तावक के हस्ताक्षर में दोहराव था।
50 वर्षीय त्रिपाठी ने एयरफोर्स में लगभग नौ साल तक नौकरी करने के बाद वर्ष 2000 से झारखंड के पलामू इलाके में सक्रिय राजनीति में कदम रखा था। वह 2009 में डाल्टनगंज से विधायक चुने गये थे और राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे। इसके बाद वह कभी विधानसभा का चुनाव नहीं जीत सके, लेकिन अपने बयानों और पार्टी से इतर अपनी सक्रियता को लेकर चर्चा में रहते हैं।
केएन त्रिपाठी का पूरा नाम कृष्णानंद त्रिपाठी हैं। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरते हुए जो हलफनामा दिया था, उसके मुताबिक वे 41 करोड़ की चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं।
वह राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) त्रिपाठी गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस में एक आम कार्यकर्ता और किसान का बेटा भी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकता है। एकमात्र यही पार्टी है, जहां हर कार्यकर्ता को लोकतांत्रिक अधिकार हासिल है।
केएन त्रिपाठी का पूरा नाम कृष्णानंद त्रिपाठी हैं। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरते हुए जो हलफनामा दिया था, उसके मुताबिक वे 41 करोड़ की चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं।
वह राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) त्रिपाठी गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस में एक आम कार्यकर्ता और किसान का बेटा भी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकता है। एकमात्र यही पार्टी है, जहां हर कार्यकर्ता को लोकतांत्रिक अधिकार हासिल है।
त्रिपाठी अक्सर विवादों में भी रहते हैं। 2019 में विधानसभा चुनाव के दौरान वह मतदान के दिन एक बूथ पर अपनी लाइसेंसी पिस्टल लहराने की घटना को लेकर चर्चा में आये थे। इस घटना पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया था। उस वक्त त्रिपाठी की लाइसेंसी पिस्टल और तीन कारतूस जब्त की गयी थी। उन्हें थोड़ी देर के लिए हिरासत में भी लिया गया था लेकिन कुछ देर बाद छोड़ दिया गया।
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