राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक रीतलाल यादव ने बुधवार को दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। विधायक पर एक बिल्डर ने रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप लगाया है। कोर्ट ने विधायक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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इसी बीच, विधायक ने हत्या की आशंका जताते हुए इस पूरे मामले को साजिश बताया है। जेल जाने से पहले कोर्ट परिसर में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में हत्या की आशंका जताई। उन्होंने इस पूरे मामले को एक षड्यंत्र करार दिया। कहा कि यह विरोधियों की साजिश है। हमारी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। हमारी हत्या की साजिश भी रची गई थी। विरोधियों को हथियार तक मुहैया कराए गए थे।
उन्होंने कहा कि दानापुर विधानसभा चुनाव हम नहीं लड़ सकें, इसके लिए यह चाल चली जा रही है। हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया कि वह जब तक जिंदा हैं, दानापुर से ही चुनाव लड़ते रहेंगे। इस दौरान उनके समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की।
रीतलाल यादव ने बिहार पुलिस के कई अधिकारियों पर भी इस साजिश में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। इससे पहले रीतलाल यादव, उनके भाई पिंकू, चीकू और श्रवण ने दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
रीतलाल यादव दानापुर विधानसभा सीट से राजद के विधायक हैं। इससे पहले शुक्रवार को पटना में जबरन वसूली और धमकी के एक मामले की जांच के तहत राजद के विधायक और उनके करीबी सहयोगियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में कैश, कई चेक, संपत्तियों की खरीद-बिक्री से संबंधित दस्तावेज बरामद करने का दावा किया था। इससे पहले पटना के एक बिल्डर की शिकायत के आधार पर विधायक और पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
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