बिहार के पश्चिमी चंपारण में जहरीली शराब से नौ की मौत
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में पिछले दो दिनों में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से नौ लोगों की मौत हो गई है। घटना पश्चिमी चंपारण जिले के लौरिया प्रखंड के कुछ गांवों की है। 9 मौतों के अलावा कई लोग अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
(फाइल फोटो) |
अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि कुछ पीड़ितों की आंखों की रोशनी चली गई है।
एक ग्रामीण के अनुसार, उन्होंने स्थानीय पुलिस को मौतों की सूचना दी। उन्होंने दावा किया कि पुलिस गांव पहुंची और मृतक का जबरन अंतिम संस्कार किया।
मृतकों की पहचान गांव देउरवा के बिकाऊ मियां, लतीफ शाह और राम ब्रिक्षा चौधरी, बलुई गांव के नईम हाजम, सीतापुर गांव के भगवान पांडा, जोगिया गांव के सुरेश शाह, बगही गांव के रतुल मियां और गौनाही गांव के झुनाह मियां के रूप में हुई है।
सुरेश शाह के एक रिश्तेदार के मुताबिक बुधवार को उसने शराब का सेवन किया और पास के बाजार में मछली बेचने गया था। वह बाजार में बीमार पड़ गया और उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अवैध शराब का सेवन करने के बाद कुछ पीड़ितों ने तथ्य छिपाने की कोशिश की और अस्पतालों में गलत जानकारी दी।
पश्चिम चंपारण के जिला मजिस्ट्रेट कुंदन कुमार ने कहा, "हमें लौरिया ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कुछ गांवों में हुई मौतों के बारे में जानकारी मिली है। हमने मेडिकल टीम भेज दी है और रिपोर्ट का इंतजार है।"
चंपारण रेंज के डीआईजी ललन मोहन प्रसाद ने कहा, "हमें मौतों के बारे में जानकारी मिली है। हालांकि, उनके वास्तविक कारणों का पता लगाया जाना बाकी है। फिलहाल एक जांच चल रही है।"
इधर, ग्रामीण नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताते हैं कि देउरवा गांव में शराब बनाने का काम चलता है, जहां लोगों ने मंगलवार को शराब पी थी और सभी की तबियत बिगडने लगी ।
उल्लेखनीय है कि 2016 में गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 19 लोगों की मौत हो गई थी।
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