लोजपा में रार : चिराग ने पिता की जयंती पर हाजीपुर से 'आशीर्वाद यात्रा' शुरू करने की घोषणा की
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने अपने पिता रामविलास पासवान की जयंती पर 5 जुलाई से बिहार के हाजीपुर से 'आशीर्वाद यात्रा' शुरू करने की घोषणा की।
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान |
चिराग के नेतृत्व वाले खेमा ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी समूह से जारी लड़ाई के बीच सड़क पर उतरने का फैसला किया है। अपने परिवार के प्रतिद्वंद्वियों पर पीठ में ‘छुरा’ घोंपने का आरोप लगाते हुए चिराग ने लोजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसकी घोषणा की।
इस बैठक में पार्टी के संविधान के खिलाफ काम करने के लिए पारस के खेमा पर निशाना साधा गया।
भाड़े पर जुटायी गयी भीड़ : पारस
पलटवार करते हुए पारस ने बैठक को ‘‘भाड़े पर जुटायी गयी भीड़’ बताया और दावा किया कि इसकी कोई वैधता नहीं है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि निर्वाचन आयोग इसका फैसला करेगा कि लोजपा में उनके नेतृत्व वाला या चिराग के नेतृत्व वाला समूह असली लोजपा है। चिराग के नेतृत्व में हुई बैठक में नरेंद्र मोदी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से रामविलास पासवान के लिए भारत रत्न का अनुरोध किया गया।
पीठ में छुरा घोंप : चिराग
चिराग ने कहा है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 90 प्रतिशत से ज्यादा सदस्य बैठक में मौजूद थे। हाजीपुर से यात्रा शुरू करने का फैसला महत्वपूर्ण है क्योंकि रामविलास पासवान कई बार यहां से लोकसभा के लिए चुने गए और अब सदन में इस सीट का प्रतिनिधित्व पारस कर रहे हैं।
पासवान ने कहा कि हाजीपुर उनके पिता की कर्मभूमि थी। यह यात्रा समूचे राज्य से गुजरेगी और इसके बाद पार्टी की राष्ट्रीय परिषद आयोजित होगी।
अपने पिता की विरासत पर दावा करते हुए चिराग ने अपने परिवार के प्रतिद्वंद्वी सदस्यों पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि का भी इंतजार नहीं किया और ‘‘पीठ में छुरा घोंप’’ दिया।
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