अमेरिका अपना नेतृत्व बनाए रखने के लिए सब कु
Last Updated 03 Feb 2010 01:38:46 PM IST
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वाशिंगटन। सप्ताह में दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने संबोधन कहा कि मैं दूसरे स्थान पर रहने का इच्छुक नहीं हूं, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के लिए।
ओबामा ने कहा कि मैं हमारा भविष्य चीन, भारत और यूरोपीय देशों के हाथों में नहीं सौंपना चाहता।
ओबामा ने दूसरी बार अपने नागरिकों को बताया है कि भारत और चीन जैसे देश तेजी से आगे बढ़ते हुए अमेरिका और उन देशों के बीच के अंतराल को कम रहे हैं।
ओबामा ने कहा मैं तब तक आराम नहीं करूंगा जब तक मैं 21वीं सदी में अपना नेतृत्व बनाए रखने के लिए वह सब कुछ नहीं कर लेता, जो जरूरी है। ओबामा पिछले कुछ समय से अमेरिकियों को लगातार आगाह कर रहे हैं कि अमेरिका के लिए शिक्षा, गणित, विज्ञान और यहां तक कि जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्र में भी कमर कसने का समय आ गया है, नहीं तो भारत और चीन जैसे देश जल्दी ही अमेरिका को पीछे छोड़ देंगे।
ओबामा ने भीड़ की तालियों के बीच कहा मैं इसलिए नहीं दौड़ रहा कि अगले चुनाव में अपने अंकों को ऊंचे से ऊंचा रखूं। मैं अगली पीढ़ी की समस्याएं सुलझााने के लिए दौड़ रहा हूं।
उन्होंने कहा मेरी दौड़ का उद्देश्य कठिन कार्यों को पूरा करना है। इसीलिए आपने मुझे चुना।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा इसलिए मैं तब तक आराम नहीं करूंगा जब तक व्यापारी एक बार फिर लोगों की नियुक्ति करना शुरू न कर दें, जब तक मध्यम वर्ग एक बार फिर न उठ कर खड़ा हो जाए और जब तक हम ऐसी अर्थव्यवस्था न पा लें, जो सभी अमेरिकी नागरिकों के लिए काम करे। ओबामा ने एक बार फिर इस बात को दोहराया कि अमेरिका को नए अन्वेषणों और नई स्वच्छ ऊर्जा तकनीक में निवेश करना होगा।
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