शीतकालीन ओलंपिक: कनाडा एक, फ्रांस को 2 स्वर्ण

Last Updated 15 Feb 2010 11:38:44 AM IST


वेंकूवर। शीतकालीन ओलंपिक में कनाडा का स्वर्ण पदक का अकाल आखिरकार खत्म हो गया। अलेक्जेंडर बिलोडियो ने रविवार को मेजबान देश को पहला स्वर्ण दिलाया। फ्रांस ने भी दो स्वर्ण जीते। बिलोडियो ने पुरुषों की 'फ्रीस्टाइल मोगल्स' जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने इस स्पर्धा में 26.75 अंक हासिल किए। वर्ष 2006 के शीतकालीन ओलंपिक में चैम्पियन रहे आस्ट्रेलिया के डेल बेग-स्मिथ 26.58 अंक हासिल करके दूसरे स्थान पर रहे। बिलोडियो के स्वर्ण जीतने के साथ ही वहां मौजूद हजारों कनाडाई प्रशंसक खुशी से झूम उठे। यहां लोगों की खुशी इसलिए भी ज्यादा थी क्योंकि उनके देश को पूरे 34 वर्षो के बाद शीतकालीन ओलंपिक कोई स्वर्ण पदक मिला था। स्वर्ण जीतने के बाद 22 वर्षीय बिलोडियो ने कहा, "मुझे बहुत अच्छा अनुभव हो रहा है। मैं गया और यह जानता था कि मुझे क्या करना है। कनाडा को अभी कई और स्वर्ण मिलने हैं।" सिर्फ कनाडा ही नहीं बल्कि दूसरा दिन फ्रांस के लिए दोहरी खुशी लेकर आया। फ्रांस की ओर से जैसन लैमी चैप्यूस ने इटली के एलेसांद्रो पिटिन के साथ मिलकर 'नॉर्मल हिल कंपीटिशन' में स्वर्ण पदक जीता। फ्रांस के ही विंसेट जे ने पुरुर्षो की बियाथलोन स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।



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