स्वाइन फ्लू से डराने में फार्मा कंपनियों क
Last Updated 14 Jan 2010 01:40:33 PM IST
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नयी दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है कि स्वाइन फ्लू को लेकर दुनियाभर में डर का माहौल बनाने में फार्मा कंपनियों के साथ उसकी भी भूमिका रही है।
डब्ल्यूएचआ॓ ने कहा कि उसके पास अपने विशेषज्ञ सलाहकार समूह पर फार्मास्युटिकल उद्योग का किसी तरह का प्रभाव रोकने के लिए पुख्ता तंत्र है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि एच।एन। संक्रमण के फैलाव के बारे में अलर्ट विशेषज्ञ समिति द्वारा जारी किए गए। इस समिति में जन स्वास्थ्य क्षेत्रों के 160 विशेषज्ञ सदस्य हैं।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ये विशेषज्ञ गोपनीयता करार करते हैं और एक घोषणा करते हैं जिसमें उनके पेशेवर तथा वित्तीय हितों की जानकारी होती है, जिनके चलते उनकी निष्पक्षता प्रभावित हो सकती है। उसने आगे कहा कि इस तरह का तंत्र मौजूद है, जिससे इन विशेषज्ञों के हितों के टकराव की जांच या पहचान हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया की खबरों में कहा गया है कि स्वाइन फ्लू को लेकर हाय-तौबा फार्मा कंपनियों को फायदा पहुंचाने के मकसद से मचाई गई थी। इन खबरों में कहा गया था कि डब्ल्यूएचओ के वैक्सीन बोर्ड के कई सदस्यों के फार्मा कंपनियों के साथ संबंध हैं।
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