जनेश्वर मिश्र के निधन पर उपराष्ट्रपति सहि
Last Updated 23 Jan 2010 11:39:52 AM IST
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नयी दिल्ली। छोटे लोहिया नहीं रहे। कल उनका निधन हो गया। उन्होंने अपने पूरे जीवन में
समाजवादी विचारों की लौ जला रखी थी। और सदैव समाजवाद की ही पैरवी करते रहते थे। इसलिए जनेश्वर मिश्र को समाजवादी छोटे लोहिए के नाम से पुकारते थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद जनेश्वर मिश्र के इलाहाबाद में हुए निधन पर उपराष्ट्रपति सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया।
आज उनका अंतिम संस्कार है।
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने मिश्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने समाजवादी विचारधारा को राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर नई दिशा दी।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने मिश्र के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मिश्र समाजवादी आन्दोलन के ऐसे सेनानी थे जिनके रहते हमें एक संरक्षक होने का आभास होता था। समाजवाद और लोहिया की नीतियों में उनकी दृढ़ निष्ठा थी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता जनेश्वर मिश्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुये उन्हें लोहियावाद का अंतिम योद्धा करार दिया।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा सांसद जनेश्वर मिश्र के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। कहा कि उनके निधन से राष्ट्रीय राजनीति को जो क्षति पहुंची है। उसकी भरपाई काफी मुश्किल है।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने उन्हें गरीबों तथा पिछड़ों के अधिकारों के लिए संघर्षरत एक जुझारू नेता बताया।
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