वेलेंटाइन-डे पर फूलों की मांग बढ़ी
Last Updated 13 Feb 2010 04:36:55 PM IST
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में फूलों की खेती करने वाले किसानों के लिए वेलेंटाइन-डे एक बार फिर शुभ संकेत लेकर आया है। यहां उगने वाले गुलाबों और गहरे लाल रंग के फूलों की मांग थोक बाजार में अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है।
राज्य के बागवानी विभाग के एक अधिकारी बीएस. गुलेरिया ने बताया, ‘उत्तर भारत के अधिकांश शहरों में इस समय गुलाबों और गहरे लाल रंग के फूलों की जबर्दस्त मांग है।‘
गुलेरिया कहते हैं कि वेलेंटाइन-डे के मौके पर फूलों की बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों को अच्छी कीमत मिल रही है। अधिकांश किसानों ने फूलों को पहले ही चण्डीगढ़, लुधियाना, अमृतसर, करनाल और दिल्ली के थोक बजारों में भेज दिया है।
शिमला, सिरमौर, बिलासपुर, चांबा और सोलन जिलों में किसान विभिन्न तरह के फूल उगाते हैं। इनमें मुख्यरूप से गेंदे का फूल, लिली, गुलदाउदी और गुलाब सहित कई प्रकार के फूलों की खेती करते हैं।
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने निचले और मध्य पहाड़ी क्षेत्रों में ऑफ सीजन के दौरान इस खेती को बढ़ावा देने के लिए 155 करोड़ के ऋण को मंजूरी प्रदान की थी। इस राशि को अगले चार साल में 30,000 पॉलीहाउस स्थापित करने मे खर्च किया जाएगा।
इन जिलों में लगभग 2,800 किसान सीधे तौर पर इस खेती से जुड़े हैं। इस क्षेत्र में 618 हेक्टेयर क्षेत्र में फूलों की खेती की जाती है। पूरे राज्य में इस खेती से प्रति वर्ष लगभग 27.33 करोड़ की कमाई होती है।
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