राहुल गांधी का मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर तीखा हमला, पूछा- क्या अर्थव्यवस्था में लोगों को उनकी उचित हिस्सेदारी मिल रही
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था के विभिन्न सूचकांकों का हवाला देते हुए मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
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राहुल गांधी ने सवाल किया कि जब सबकी मेहनत से अर्थव्यवस्था का पहिया घूम रहा है तो क्या उसमें आम लोगों को उनकी उचित हिस्सेदारी मिल पा रही है?
उन्होंने दावा किया कि "हानिकारक" जीएसटी और आयकर की मार ने ग़रीब और मध्यम वर्ग का जीना हराम कर रखा है, जबकि कॉर्पोरेट घरानों का कर्ज़ा माफ़ किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "मोदी जी के विकसित भारत की सच्चाई : मेहनत आपकी, मुनाफा किसका? आप सभी के ख़ून पसीने से देश की अर्थव्यवस्था का पहिया घूम रहा है, लेकिन क्या आपको इसमें उचित हिस्सा मिल रहा है? जरा सोचिए।
मोदी जी के विकसित भारत की सच्चाई: मेहनत आपकी, मुनाफा किसका?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 21, 2025
आप सभी के ख़ून पसीने से देश की अर्थव्यवस्था का पहिया घूम रहा है, लेकिन क्या आपको इसमें उचित हिस्सा मिल रहा है? जरा सोचिए:
- मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी 60 साल के सबसे निचले स्तर तक चली गई। इस…
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उन्होंने दावा किया कि विनिर्माण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी 60 साल के सबसे निचले स्तर तक चली गई तथा इस वजह से लोगों को रोज़गार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, "कृषि क्षेत्र में ग़लत नीतियों ने किसान और खेत मजदूर की स्थिति बदहाल कर दी है। वे मुश्किल से अपना गुज़ारा कर पा रहे हैं। पिछले पांच वर्षों में श्रमिकों की वास्तविक आमदनी या तो स्थिर है या कम हुई है।"
राहुल गांधी के अनुसार, "हानिकारक" जीएसटी और आयकर की मार ने ग़रीब और मध्य वर्ग का जीना हराम कर रखा है, जबकि कॉर्पोरेट का कर्ज़ा माफ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आसमान छूती महंगाई के कारण अब न सिर्फ़ ग़रीब बल्कि वेतनभोगी वर्ग भी अपनी ज़रूरतों के लिए कर्ज लेने को मजबूर है।
राहुल गांधी ने कहा, "वास्तविक विकास वह है जहां सबकी उन्नति हो - व्यवसाय के लिए निष्पक्ष माहौल मिले, उचित कर व्यवस्था हो और श्रमिकों की आमदनी बढ़े। इससे ही देश समृद्ध और मजबूत बनेगा।"
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