EC चुनाव प्रचार को लेकर हुआ सख्त, कहा- स्टार प्रचारकों को काबू में रखें, BJP अध्यक्ष नड्डा व कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से जवाब तलब
भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा राहुल गांधी और कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कथित आचार संहिता उल्लंघन के संबंध में निर्वाचन आयोग को दर्ज कराई गई शिकायत के मद्देनजर, आयोग ने शनिवार को दोनों दलों के प्रमुख से उनके नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर जवाब मांगा है।
निर्वाचन आयोग |
निर्वाचन आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और कांग्रेस के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे को अलग-अलग पत्र लिखकर उनसे एक-दूसरे की शिकायत पर जवाब देने को कहा है।
आयोग ने दोनों दलों को एक-दूसरे की शिकायत भेजीं और उनसे जवाब मांगा। निर्वाचन आयोग ने सोमवार 18 नवंबर अपराह्न एक बजे तक दोनों पार्टी के प्रमुखों से औपचारिक जवाब मांगा है।
आयोग ने उसके द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान जारी किए गए परामर्श को याद दिलाते हुए कहा कि स्टार प्रचारकों और नेताओं पर नजर रखी जाए ताकि लोक व्यवस्था का उल्लंघन न हो और चुनाव प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता का अक्षरश: पालन किया जा सके।
दोनों पार्टियों के शीर्ष नेता झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान भी, निर्वाचन आयोग ने मोदी, शाह, राहुल और खरगे सहित एक-दूसरे के स्टार प्रचारकों के खिलाफ दोनों दलों द्वारा दर्ज की गई शिकायतें एक-दूसरे को भेजी थीं।
कांग्रेस द्वारा दर्ज की गई शिकायतों में से एक के अनुसार, आठ नवंबर को महाराष्ट्र के नासिक और धुले में चुनावी रैलियों में, प्रधानमंत्री मोदी ने ‘कांग्रेस और उसके सहयोगियों को निशाना बनाते हुए कई झूठे, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक बयान दिए’।
सत्तारूढ पार्टी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता ने ‘कहा कि एपल के आईफोन और बोइंग के हवाई जहाज महाराष्ट्र को छोड़कर भारत के अन्य राज्यों में बनाए जा रहे हैं। इस बारे में तथ्य तोड़-मरोड़ का पेश किए गए।’
भाजपा ने आयोग से कहा, ‘अपने बयानों में राहुल गांधी ने अन्य राज्यों पर महाराष्ट्र राज्य से कथित अवसर छीनने का झूठा आरोप लगाया है।’
कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से कहा है, ‘अपने भाषण में शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी एसी, एसटी और अन्य पिछड़ा वर्ग के खिलाफ हैं।
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