देशभर के विश्वविद्यालयों में अब NO PLASTIC
दिल्ली समेत देशभर के विश्वविद्यालयों में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगा दिया गया है। लिहाजा विश्वविद्यालयों में छात्र, शिक्षक और कर्मचारी प्लास्टिक के कंटेनर में खा पी नहीं सकेंगे।
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सिंगल यूज प्लास्टिक दरअसल वह प्लास्टिक कंटेनर होता है, जिसको एक बार यूज करके फेंकना होता है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इस संबंध में गाइडलाइंस जारी की है। यूजीसी ने इस बाबत विश्वविद्यालयों को गाइडलाइंस का अनुपालन करने को कहा है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालयों को कहा है कि वे विश्वविद्यालय कैम्पस और कॉलेजों की कैंटीन, हॉस्टल व अन्य स्थानों पर सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल पर रोक लगाएंगे।
यूजीसी ने जारी गाइडलाइंस में कहा है कि वे छात्रों के लिए यह आदेश जारी करेंगे कि वे कॉलेज व कैम्पस में नॉन बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक कंटेनर को कैम्पस या कॉलेज में नहीं लाएंगे।
विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल के होने वाले नुकसान को लेकर कार्यशालाएं आयोजित कर जागरूक करेंगे।
विश्वविद्यालयों को भी कहा गया है कि वे छात्रों को जागरुक करेंगे कि अपने घरों में भी सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल के होने वाले नुकसान को बताएंगे और इसके इस्तेमाल पर रोक लगाने का प्रयास करेंगे।
विश्वविद्यालयों व कॉलेज कैम्पस में वॉटर यूनिट्स लगाएं, जिससे प्लास्टिक के वॉटर बोतल का प्रयोग न हो।
विश्वविद्यालयों को कहा गया है कि वह कैम्पस में कपड़े के बैग, पेपर बैग आदि के इस्तेमाल पर जोर देंगे।
यूजीसी ने कहा है कि जिन विश्वविद्यालयों और कॉलेज ने उन्नत भारत अभियान के के तहत गांवों को गोद लिया है, वे उन गांवों में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को लेकर लोगो को जागरुक करेंगे।
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