Bhutan King visit India: भारत और भूटान ने संपर्क बढ़ाने पर जताई सहमति
Bhutan King visit India: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक (Bhutan King Jigme Khesar Namgyel Wangchuck) को भूटान के साथ अनूठे मित्रतापूर्ण संबंधों के प्रति भारत की मजबूत प्रतिबद्धता से अवगत कराया।
भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी |
उन्होंने भूटान की प्राथमिकताओं के आधार पर उसके सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत की तरफ से पूर्ण समर्थन देने की बात दोहराई।
मोदी-वांगचुक वार्ता के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने असम के कोकराझार को भूटान के गेलेफू से जोड़ने वाले प्रस्तावित सीमा पार रेल लिंक के लिए स्थान तय करने के लिहाज से सर्वेक्षण को लेकर सहमति जताई।
बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने पश्चिम बंगाल में बनारहाट और भूटान में समत्से के बीच रेल संपर्क स्थापित करने के लिए विचार करने पर भी सहमति जाहिर की।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत को ‘उत्साह जनक' और ‘सकारात्मक’ बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अद्वितीय और अनुकरणीय भारत-भूटान संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर बेहद उत्साहजनक और सकारात्मक तरीके से चर्चा की। भूटान के मैत्रीपूर्ण लोगों के विकास और उनके हित के लिए नरेश के दृष्टिकोण को हम गहराई से महत्व देते हैं।’’
बयान के अनुसार मोदी और वांगचुक ने भारत-भूटान साझेदारी के विस्तार का "सकारात्मक मूल्यांकन" किया, जिसमें सीमा पार व्यापार के बुनियादी ढांचे, व्यापार और पारस्परिक निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी तथा लोगों से लोगों के संपर्क के नए क्षेत्र शामिल हैं।
भूटान नरेश ने तीन नवंबर को गुवाहाटी से अपनी आठ दिवसीय भारत यात्रा शुरू की। वांगचुक की भारत यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भूटान और चीन अपने दशकों पुराने सीमा विवाद के शीघ्र समाधान के लिए नए सिरे से बातचीत पर जोर दे रहे हैं।
संयुक्त बयान में कहा गया है, “मेहमान नरेश से वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री ने भूटान के साथ मित्रता और अद्वितीय सहयोग संबंधों के प्रति भारत की स्थायी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और शाही सरकार की प्राथमिकताओं तथा उनके दृष्टिकोण के अनुसार भूटान में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए निरंतर और पूर्ण समर्थन देने की बात दोहराई।”
बयान में कहा गया है कि वांगचुक ने भूटान में जारी सुधारों की प्रक्रिया को लेकर मूल्यवान दृष्टिकोण और अंतर्दृष्टि साझा की और भारत द्वारा भूटान के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रदान किए जा रहे अमूल्य समर्थन की सराहना की।
बयान के अनुसार, “भूटानी पक्ष ने 12वीं पंचवर्षीय योजना (2018-2023) के तहत महत्वपूर्ण परियोजनाओं के सुचारू और निर्बाध समापन को सुनिश्चित करने के लिए विकास सहायता समय पर जारी करने को लेकर भारत सरकार का आभार व्यक्त किया।”
प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में, दोनों पक्ष नौ विशिष्ट बिंदुओं पर सहमत हुए, जिनमें नयी दिल्ली के समर्थन के माध्यम से कोकराझार को गेलेफू से जोड़ने वाले प्रस्तावित सीमा पार रेल संपर्क का अंतिम सर्वेक्षण करना भी शामिल रहा।
दोनों पक्षों ने भारतीय रेलवे द्वारा रेल लिंक के प्रारंभिक इंजीनियरिंग-सह-यातायात (PET) सर्वेक्षण के सफल समापन का उल्लेख किया।
भूटान के नागरिकों के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण तक पहुंच सुनिश्चित करने के प्रयास के रूप में असम के मेडिकल कॉलेजों में भूटान के छात्रों के लिए एमबीबीएस की अतिरिक्त सीटें आवंटित करने पर भी सहमति हुई।
दिल्ली से भूटान नरेश मुंबई जाएंगे।
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