भारत की हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन का 98 वर्ष की आयु में निधन
वैज्ञानिक और भारत में हरित क्रांति के जनक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन का गुरुवार सुबह 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन (फाइल फोटो) |
डॉ. स्वामीनाथन के भतीजे राजीव ने आईएएनएस को फोन पर बताया, “उन्होंने आज सुबह 11.15 बजे अंतिम सांस ली। पिछले 15 दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी।”
एक कृषि वैज्ञानिक डॉ. स्वामीनाथन ने 1960 के दशक में भारत को अकाल जैसी परिस्थितियों से बचाने के लिए अपनी नीतियों के माध्यम से एक सामाजिक क्रांति लाई।
भारत की हरित क्रांति के जनक, एमएस स्वामीनाथन का चेन्नई में निधन हो गया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2023
(तस्वीर: एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन) pic.twitter.com/eblYJvD02F
उन्हें 1987 में प्रथम विश्व खाद्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसके बाद उन्होंने चेन्नई में एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की।
स्वामीनाथन ने देश में धान की फसल को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने धान की अधिक उपज देने वाली किस्मों को विकसित करने में बड़ा योगदान दिया था।
स्वामीनाथन के धान की अधिक उपज देने वाली किस्ंम को विकसित करने के चलते पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों को काफी मदद मिली थी।
स्वामीनाथन के निधन पर पीएम मोदी ने दुख व्यक्त किया है।। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने हमेशा देश के लिए काम किया। उन्होंने ने कहा कि स्वामीनाथन ने कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व काम करते हुए हजारों लोगों की जिंदगी संवारी।
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