मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दल हंगामे की प्रतिस्पर्धा में लगे रहे : नकवी
केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा में उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को यहाँ कहा कि मानसून सत्र के दौरान संसद में सरकार शुरू से ही सभी मुद्दों पर सकारात्मक-रचनात्मक चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन विपक्षी पार्टियां हंगामे की प्रतिस्पर्धा में लगी रहीं।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (फाइल फोटो) |
यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिन विपक्षी पार्टियों ने मानसून सत्र के पहले दिन से ही सदन की कार्यवाही को बाधित करने की मंशा बना रखी थी, वह आज नियमों, सिद्धांतों और परंपराओं का ज्ञान दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां पहले मांग कर रही थीं कि प्रधानमंत्री कोरोना महामारी से निपटने के लिए किये जा रहे प्रयासों से उन्हें अवगत कराने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाएं। ‘‘लेकिन प्रधानमंत्री ने जब यह बैठक बुलाई तो इन पार्टियों ने उसका बहिष्कार कर दिया।’’
नकवी ने कहा कि फिर इन्हीं विपक्षी पार्टियों ने कहा कि किसानों के मुद्दों पर चर्चा हो। लेकिन वे किसानों के मुद्दों पर चर्चा करने के बजाये संसद में अव्यवस्था फैलाने में लग गए।
उन्होंने कहा कि सरकार शुरू से ही सभी मुद्दों पर सकारात्मक-रचनात्मक चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन विपक्षी पार्टियां हंगामे की प्रतिस्पर्धा में लगी रहीं।
नकवी ने शुक्रवार को प्रयागराज के कुछ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है और केंद्र सरकार भी इस दिशा में पूरी मदद कर रही है।
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