पीएम मोदी का आज वाराणसी दौरा, रुद्राक्ष सहित कई परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास

Last Updated 15 Jul 2021 10:03:41 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ माह बाद गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र काशी आ रहे हैं। वह अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ समेत 1474 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जापान और भारत की दोस्ती का नायाब नमूना रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर बन कर तैयार हो गया है। आज मोदी इस कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करेंगे।

सुबह करीब 11 बजे प्रधानमंत्री बीएचयू में 100 बिस्तरों वाले एमसीएच विंग, गोदौलिया में एक बहु–स्तरीयपार्किंग, गंगा नदी में पर्यटन के विकास के लिए रो-रो नौकाओं और वाराणसी -गाजीपुर राजमार्गपर तीन – लेन वाले फ्लाईओवर पुल समेत विभिन्न सार्वजनिक परियोजनाओं एवं कार्यों का उद्घाटन करेंगे। लगभग 744 करोड़ रुपये की लागत कीपरियोजनाओं का उद्घाटन होगा।

प्रधानमंत्री लगभग 839 करोड़ रुपये की लागत की कई परियोजनाओं और सार्वजनिक कार्यों की आधारशिला भी रखेंगे। इनमें सेंटर फॉर स्किल एंड टेक्निकल सपोर्ट ऑफ सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी), जल जीवन मिशन के तहत 143 ग्रामीण परियोजनाएं और कारखियांव में आम एवं सब्जी के लिए एकीकृत पैक हाउस शामिल हैं।

भारत और जापान की दोस्ती का नायाब नमूना है रुद्राक्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जापान और भारत की दोस्ती का नायाब नमूना रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर बन कर तैयार हो गया है। इसके लिए जापान ने 186 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी है। इसमें जापानी व भारतीय वास्तु शैलियों का संगम दिखता है। इसकी नींव दिसंबर वर्ष 2015 में जब जापान के पीएम शिंजो अबे का भारत दौरा हुआ तभी पड़ गई थी। इस दौरान उन्होंने भारत को बुलेट ट्रेन की सौगात दी तो वाराणसी में जापान के सहयोग से रुद्राक्ष नाम के अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर की सौगात देकर रिश्तों को धरातल पर उतार दिया।

15 जुलाई आज के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करेंगे तो इस दौरान जापान के राजदूत सतोषी सुजुकी भी जापान सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद रहेंगे। इसके बनने से शहर में सांस्कृतिक और प्रवासी भारतीय दिवस जैसे वैश्विक आयोजनों के लिए जगह की कमी नहीं रहेगी। इसके अलावा प्रदर्शनी और मेलों के अलावा पर्यटन व कारोबार से जुड़े सरकारी आयोजन भी यहां आसानी से हो सकते हैं।



इस सेंटर में एक साथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। हाल को लोगों की संख्या के अनुरूप दो हिस्सों में बांटने की व्यवस्था है। पूर्णत: वातूनुकुलित सेंटर में बड़े हाल के अलावा 150 लोगों की क्षमता का एक मीटिंग हाल है। इसके अतिरिक्त यहां एक वीआइपी कक्ष, चार ग्रीन रूम भी हैं। दिव्यांगजनों की सुविधा की ²ष्टि से पूरे परिसर को सुविधाजनक बनाया गया है। यह सेंटर शिवलिंग के आकार में निर्मित है। सेंटर के बाहरी हिस्से में 108 सांकेतिक रुद्राक्ष लगे हैं, जो एल्युमिनियम के बने हैं। तीन एकड़ में तैयार कन्वेंशन सेंटर परिसर में जापानी शैली का गार्डन व लैंडस्केपिंग की गई है। पार्किं ग सुविधा संग सीसीटीवी कैमरे हैं। सौर ऊर्जा की भी व्यवस्था की गई है।

शिवलिंग की आकृति वाला वाराणसी कन्वेंशन सेंटर जिसका नाम शहर के मिजाज के अनुरूप रुद्राक्ष है।

रुद्राक्ष को जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी ने फंडिंग किया है। डिजाइन जापान की कंपनी ओरिएंटल कंसल्टेंट ग्लोबल ने किया है और निर्माण का काम भी जापान की फुजिता कॉरपोरेशन नाम की कंपनी ने किया है।

रुद्राक्ष में छोटा जैपनीज गार्डन बनाया गया है। 110 किलोवाट की ऊर्जा के लिए सोलर प्लांट लगा है। वीआईपी रूप और उनके आने-जाने का रास्ता भी अलग से है।

रुद्राक्ष को वातानुकूलित रखने के लिए इटली के उपकरण लगे है। दीवारों पर लगे ईंट भी ताप को रोकते और कॉन्क्रीट के साथ फ्लाई ऐश का भी इस्तेमाल किया गया है।

निर्माण और उपयोग की चीजों को देखते हुए ,ग्रीन रेटिंग फॉर इंटीग्रेटेड हैबिटेट असेसमेंट की ओर से रुद्राक्ष को ग्रेडिंग तीन मिली है। रुद्राक्ष में कैमरा समेत सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। आग से भी सुरक्षा के उपकरणों पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।

एजेंसियां
नई दिल्ली


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