कांग्रेस और भाजपा ने सोना तस्करी मामले में माकपा को घेरा
प्रमुख विपक्षी दलों-कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ और भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने मंगलवार को कथित सोना तस्करों और दुष्कर्मियों को बचाने के लिए माकपा की आलोचना की।
कांग्रेस और भाजपा ने सोना तस्करी मामले में माकपा को घेरा |
हालांकि माकपा ने स्पष्ट किया कि उसका किसी भी तस्कर के साथ कोई भी लेना-देना नहीं है और न ही वह अपने किसी भ्रष्ट पार्टी के सदस्यों को बचाने का प्रयास कर रही है।
सोने की तस्करी के मामले में पार्टी के निचले स्तर के कई कार्यकतार्ओं के नाम सामने आने के बाद माकपा पर सवाल उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के गृह जिले कन्नूर में भी ऐसा मामला सामने आने के बाद पार्टी सवालों के घेरे में हैं।
सोने की तस्करी का संदिग्ध अर्जुन अयंकी माकपा समर्थक है और कन्नूर में पार्टी का रेड वालंटियर कप्तान है। उसके सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं। वह साइबर दुनिया में राजनीतिक विरोधियों पर हमला करता है। हालांकि सोने की तस्करी की घटनाओं के सामने आने के बाद, कन्नूर और राज्य दोनों स्तरों पर पार्टी नेतृत्व ने अर्जुन से पल्ला झाड़ लिया है।
सोमवार को उसने खुद को कस्टम के सामने पेश किया, कुछ घंटों की पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
मंगलवार को विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने विजयन से सोने की तस्करी के बारे में जो रिपोर्ट की जा रही है उस पर अपनी चुप्पी तोड़ने के लिए कहा।
सतीसन ने कहा, अब तो वह स्टेज आ गई है कि माकपा आज सोने की तस्करी और दुष्कर्मियों की रक्षक बनी हुई है। अब यह सामने आया है कि वर्तमान में सोने की तस्करी में लगे लोगों की एक अच्छी-खासी संख्या साइबर दुनिया में सक्रिय कार्यकर्ता हैं, जो पार्टी का बचाव कर रहे हैं और विरोधियों पर हमला बोल रहे हैं। अब हम देख रहे हैं कि कन्नूर सीपीआई-एम के जिला सचिव एम. वी. जयराजन द्वारा कमजोर बचाव किया जा रहा है। विजयन ने तो अभी तक इन घटनाओं पर एक शब्द भी नहीं कहा है।
संयोग से मंगलवार की सुबह एक लीक हुई ऑडियो क्लिप भी सामने आई है, जिसमें दो लोगों के बीच सोने की तस्करी के संबंध में बातचीत हो रही है। इसमें एक व्यक्ति कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि तस्करी के प्रत्येक बैच से प्राप्त आय का एक तिहाई उन लोगों के पास जाता है, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि उन्हें भविष्य में तस्करी को लेकर कोई समस्या नहीं होगी, क्योंकि यह पार्टी (सीपीआई-एम) के करीबी लोगों को जाता है।
राज्य भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने पार्टी की राज्य समिति की बैठक में बोलते हुए कहा कि जो बात चौंकाने वाली है वह यह है कि माकपा ही वह है, जो तस्करों और दुष्कर्मियों की रक्षा करती है।
सुरेंद्रन ने सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना करते हुए कहा, क्या अजीब बात है कि माकपा जिस तरह से तस्करी और इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ मार्च करती है, वही खुद इन तस्करों से मिली हुई है।
हालांकि कन्नूर के थालास्सेरी से दो बार के माकपा विधायक ए. एम. शमशीर ने इस तरह की खबरों और आरोपों को खारिज कर दिया है।
शमशीर ने कहा, ये कुछ और नहीं, बल्कि हमारी पार्टी के खिलाफ फैलाई जा रही अफवाह है। ये झूठ हमें नीचा दिखाने के लिए फैलाए जा रहे हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं होगा।
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