तीसरी लहर : मप्र, महाराष्ट्र व केरल को किया अलर्ट
सरकार ने मंगलवार को कहा कि भारत में कोरोना वायरस के ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप के 22 मामलों का पता चला है। इनमें से 16 मामले महाराष्ट्र से हैं, बाकी मामले मध्य प्रदेश और केरल में सामने आए हैं। उधर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक परामर्श जारी महराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल को सतर्क रहने की सलाह दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय |
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेसवार्ता में कहा कि भारत उन दस देशों में से एक है, जहां अब तक ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप मिला है। उन्होंने कहा कि 80 देशों में ‘डेल्टा स्वरूप’ का पता चला है। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम ने सूचना दी थी कि डेल्टा प्लस स्वरूप, ‘वर्तमान में चिंताजनक स्वरूप (वीओसी)’ है, जिसमें तेजी से प्रसार, फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती से चिपकने और ‘मोनोक्लोनल एंटीबॉडी’ प्रतिक्रिया में संभावित कमी जैसी विशेषताएं हैं।
भूषण ने कहा ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप के मामले महाराष्ट्र के रत्नागिरि और जलगांव तथा केरल और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मिले हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया के बारे में एक परामर्श जारी किया है कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल को इस मुद्दे पर पहल की शुरुआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा, अभी संख्या के लिहाज से यह काफी छोटा दिखता है और हम नहीं चाहते कि इसमें वृद्धि हो। आईएनएसएसीओजी की 28 प्रयोगशालाएं हैं और उन्होंने 45,000 नमूनों का अनुक्रमण किया है। इनमें से डेल्टा प्लस के 22 मामले सामने आए।
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