भारत साल के अंत तक 259 करोड़ कोविड वैक्सीन खुराक का करेगा उत्पादन

Last Updated 27 May 2021 01:16:05 PM IST

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने गुरुवार को कहा कि भारत 2021 के अंत तक विभिन्न कोविड-19 टीकों की 259 करोड़ खुराक का उत्पादन करेगा।


जी. किशन रेड्डी ने दावा किया कि केंद्र देश में वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाने के लिए सभी प्रयास कर रहा है और विश्वास व्यक्त किया कि दिसंबर तक कोविड के टीकों का मासिक उत्पादन 59 करोड़ खुराक तक हो जाएगा।

मंत्री ने यहां सरकार द्वारा संचालित ईएनटी अस्पताल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि देश में टीकों का निर्माण 16 कंपनियां करेंगी।

उन्होंने कहा, "तीन कंपनियों ने पहले ही उत्पादन शुरू कर दिया है, जबकि कुछ और कंपनियां अगस्त-सितंबर तक उत्पादन शुरू कर देंगी।"

उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक के कोवैक्सिन फॉर्मूले को पांच कंपनियों के साथ साझा किया गया है जो मांग को पूरा करने के लिए वैक्सीन का निर्माण करेंगी।

डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्पुतनिक वी का निर्माण करेगी, जबकि भारत में कुल सात कंपनियां रूसी वैक्सीन का निर्माण करेंगी।

उन्होंने कहा कि बायोलॉजिकल ई जल्द ही देश में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन का उत्पादन शुरू करेगी। उन्होंने कहा, "अगर जॉनसन एंड जॉनसन का टीका आता है, तो एक खुराक पर्याप्त होगी। अन्य टीके दो खुराक में उपलब्ध होंगे जबकि जाइडस कैडिला के टीके में तीन खुराक होंगे।"

रेड्डी ने खुलासा किया कि केंद्र ने मई में 8.80 करोड़ टीकों के उत्पादन की व्यवस्था की है। जून में यह संख्या 10 करोड़, जुलाई में 17 करोड़, अगस्त में 19 करोड़ और सितंबर में 42 करोड़ हो जाएगी।

उन्होंने कहा, "अक्टूबर में उत्पादन बढ़कर 46 करोड़ और नवंबर में 56 करोड़ हो जाएगा। दिसंबर तक टीकों का मासिक उत्पादन 59 करोड़ हो जाएगा।"

मंत्री ने कहा कि सरकार इस साल के अंत तक अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करेगी।

किशन रेड्डी ने म्यूकोर्मिकोसिस के इलाज के लिए नोडल अस्पताल के रूप में नामित ईएनटी अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि सरकार ब्लैक फंगस के इलाज के लिए लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन की कमी को दूर करने के लिए भी कदम उठा रही है।

उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें दवा का उत्पादन बढ़ाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रही हैं। भारत में 11 फार्मा कंपनियां हैं, जो लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी का उत्पादन करती हैं।

उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि आवश्यक हुआ तो सरकार कंपनियों को मदद देगी और उत्पादन बढ़ाने के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराएगी।

रेड्डी ने कहा कि सरकार विभिन्न देशों से दवा आयात करने के लिए भी कदम उठा रही है। जून के पहले सप्ताह में दो लाख इंजेक्शन आयात किए जाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे कमी को दूर करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने दावा किया कि मौजूदा उपलब्ध स्टॉक से केंद्र, राज्यों को उनकी आवश्यकता और ब्लैक फंगस के मामलों की संख्या के आधार पर आवंटन कर रहा है। उन्होंने बताया कि तेलंगाना को इंजेक्शन की 5,690 शीशियां मुहैया कराई गईं।

ईएनटी अस्पताल में 120-150 बेड हैं लेकिन बढ़ते मामलों को देखते हुए अधिकारी इस संख्या को बढ़ाकर 250 करने का प्रयास कर रहे हैं।
 

आईएएनएस
हैदराबाद


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