महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार शहर के एक निजी कोविड अस्पताल में शुक्रवार को तड़के लगी आग की चपेट में आने से 6 महिलाओं सहित कम से कम 13 मरीजों की मौत हो गई।
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विपक्ष के नेता (विधानसभा) देवेंद्र फड़नवीस समेत अन्य नेताओं ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
वीरवार को तिरुपति नगर में 4-मंजिला विजय वल्लभ अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित आईसीयू वार्ड में तड़के 3.15 बजे के आसपास यह हादसा हुआ।
वसई-विरार नगर निगम ने आग पर काबू पाने के लिए तुरंत अग्निशमन दल और अन्य बचाव एजेंसियों को मौके पर भेजा। माना जा रहा है कि यह हादसा बिजली के शॉर्ट-सर्किट के कारण हुआ था।
करीब 5.50 बजे आग पर दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया गया।
जबकि आग के कारण आईसीयू में 13 लोगों ने दम तोड़ दिया, लगभग 4 अन्य लोगों को दूसरी जगह भर्ती किया गया।
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हादसे की जांच का आदेश दिये हैं और सभी मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की, साथ ही सभी गंभीर रूप से घायलों को 1,00,000 रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने आग को बहुत बड़ी त्रासदी बताते हुए कहा कि वीवीएमसी पीड़ितों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देगा।
कृषि मंत्री और पालघर संरक्षक मंत्री दादा डी भुसे, बहुजन विकास अघाड़ी (बीवीए) के दो स्थानीय विधायक हितेंद्र ठाकुर और उनके बेटे क्षितिज ठाकुर, विपक्ष के नेता (परिषद) प्रवीण दरेकर के अलावा, शीर्ष पुलिस और नागरिक अधिकारियों ने इस स्थल की समीक्षा की।
नासिक नगर निगम के अस्पताल में 21 अप्रैल को ऑक्सीजन गैस रिसाव के बाद पिछले 48 घंटों में यह दूसरी बड़ी त्रासदी है।
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