अमेरिका के रक्षा मंत्री ऑस्टिन से बातचीत के बाद राजनाथ बोले - बातचीत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के अपने समकक्ष लॉयड ऑस्टिन से शनिवार को मुलाकात के बाद कहा कि बातचीत बहुत व्यापक और सार्थक रही।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह |
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को पूरी क्षमता के साथ आगे बढाने के लिए संकल्पबद्ध हैं। हम भारत-अमेरिका संबंध को 21वीं सदी की सबसे अहम साझेदारियों में से एक बनाने की उम्मीद करते हैं।’’
ऑस्टिन तीन देशों की यात्रा के कार्यक्रम के तहत जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा के बाद भारत आए हैं।
राजनाथ ने बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्री के साथ सेनाओं के बीच आपसी भागीदारी, सूचना साझा करने और साजोसामान संबंधी सहयोग समेत अन्य मुद्दों पर बातचीत की गई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों का भी जायजा लिया।
दोनों नेताओं ने भारतीय सेना और अमेरिका की हिंद-प्रशांत कमान, मध्य कमान और अफ्रीका कमान के बीच सहयोग बढाने पर सहमति जताई।
राजनाथ ने बताया कि अमेरिका के साथ एलईएमओए, सीओएमसीएएसए और बीईसीए जैसे द्विपक्षीय रक्षा समझौतों को लागू करने के कदमों पर केंद्रित बातचीत की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अमेरिका के रक्षा उद्योग को भारत के रक्षा क्षेत्र में उदार एफडीआई नीतियों का फायदा उठाने के लिए आमंत्रित करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि भारत, अमेरिका के साथ मजबूत रक्षा साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीं अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने तेजी से बदल रहे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में भारत को एक बहुत महत्वपूर्ण साझेदार बताते हुए शनिवार को कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र का केंद्र हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मेरे और सिंह के बीच काफी उपयोगी वार्ता हुई।’’
ऑस्टिन ने अपनी भारत यात्रा के बारे में कहा, ‘‘मैं हमारे सहयोगियों एवं साझेदारों के प्रति हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को लेकर बाइडन-हैरिस प्रशासन का संदेश पहुंचाना चाहता था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत आज तेजी से बदल रहे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में एक बहुत महत्वपूर्ण साझेदार है।’’
ऑस्टिन ने कहा, ‘‘मैं भारत के साथ समग्र एवं प्रगतिशील रक्षा साझेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की क्षेत्र में हमारे रुख के मुख्य स्तम्भ के तौर पर पुन: पुष्टि करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के संबंध मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र का मजबूत केंद्र हैं।’’
इससे पहले, ऑस्टिन शनिवार सुबह राष्ट्रीय समर स्मारक गए और भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वार्ता से पहले उन्हें विज्ञान भवन परिसर में सलामी गारद दिया गया।
ऑस्टिन ने शुक्रवार को दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से वार्ता की।
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