दिशा रवि की गिरफ्तारी पर राहुल, प्रियंका गांधी और केजरीवाल समेत कई नेताओं ने उठाए सवाल
किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट' सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद राहुल, प्रियंका गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल समेत कई नेताओं ने विरोध किया है।
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केजरीवाल ने इसे लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला बताया है जबकि राहुल और प्रियंका गांधी ने शायरी लिखते हुए केंद्र पर तंज कसा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन से जुड़ी ‘टूलकिट’ सोशल मीडिया पर साझा करने के मामले में पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर सोमवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भारत खामोश नहीं होने वाला है।
उन्होंने दिशा की गिरफ्तारी से जुड़ी खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे, बोल कि सच जिंदा है अब तक! वो डरे हैं, देश नहीं!’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘भारत खामोश नहीं होने वाला है।’’
बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 15, 2021
बोल कि सच ज़िंदा है अब तक!
वो डरे हैं, देश नहीं!
India won’t be silenced. pic.twitter.com/jOXWdXLUzY
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इसी मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।’’
डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 15, 2021
फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से#ReleaseDishaRavi #DishaRavi#IndiaBeingSilenced
उल्लेखनीय है कि किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट’ सोशल मीडिया पर साझा करने में संलिप्तता के आरोप में दिशा रवि को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को बताया कि दिशा रवि (22) को दिल्ली पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ के दल ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोप लगाया कि भारत के खिलाफ वैमनस्य फैलाने के लिए रवि और अन्य ने खालिस्तान-समर्थक समूह ‘पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन’ के साथ साठगांठ की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस द्वारा ‘टूलकिट’ मामले की जांच में जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे ‘‘लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला’’ करार दिया। दिशा रवि को तीन कृषि कानूनों से संबंधित किसानों के विरोध प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट’ सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में गत शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘21 वर्षीय दिशा की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला है। हमारे किसानों का समर्थन करना कोई अपराध नहीं है।’’
Arrest of 21 yr old Disha Ravi is an unprecedented attack on Democracy. Supporting our farmers is not a crime.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 15, 2021
राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने कहा, ‘‘मुझे लोकतंत्र को लेकर चिंता हो रही है क्योंकि यह बहुत ही मुश्किल दौर से गुजर रहा है।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पी चिदंबरम और जयराम रमेश ने भी दिशा की गिरफ्तारी की निंदा की।
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, ‘‘यदि माउंट काम्रेल कॉलेज की छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि देश के लिए खतरा बन गई है, तो भारत की शासन व्यवस्था बहुत ही कमजोर बुनियाद पर खड़ी है। चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की तुलना में किसानों के विरोध का समर्थन करने के लिए लाया गया एक टूक किट अधिक खतरनाक है!’’
रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘यह न्यू इंडिया की तानाशाही है, जिसे ‘अमित शाही’ कहा जाता है।’’
विपक्ष के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, ‘‘एक अपराधी तो अपराधी है। अगर वो नाबालिग नहीं है तो फिर लिंग और आयु का कोई मतलब नहीं रह जाता। आपकी जानकारी के लिए बता देता हूं कि मुंबई पर हमले के वक्त अजमल कसाब 21 साल का था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसानों का समर्थन करना अपराध नहीं है, लेकिन भारत के खिलाफ साजिश करना और दूसरों को भड़काना निश्चित तौर पर अपराध है।’’
भाजपा नेता और गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया, ‘‘अगर आयु आधार है तो फिर परमवीर चक्र से नवाजे गए सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल 21 साल की उम्र में शहीद हुए। मैं किस पर गर्व करूं। टूलकिट के रूप में दुष्प्रचार फैलाने वालों पर तो गर्व नहीं करूंगा।’’
भाजपा के संगठन महामंत्री बी एल संतोष ने ट्वीट किया, ‘‘21 वर्षीय..पर्यावरण कार्यकर्ता..छात्रा..क्या भारत को तोड़ने वाली ताकतों का हिस्सा बनने के लिए ये खूबियां हैं? वह टूलकिट तक कैसे पहुंची? वह व्हाट्एसएप पर भारत विरोधी ग्रुप में शामिल क्यों हुई? कई सवाल हैं लेकिन सिर्फ एक जवाब है..21 साल।’’
दिशा रवि बेंगलुरु के एक निजी कॉलेज से बीबीए की डिग्री धारक हैं और वह ‘फ्राइडेज़ फॉर फ्यूचर इंडिया’ नामक संगठन की संस्थापक सदस्य भी हैं।
पुलिस ने रवि को रविवार को अदालत में पेश किया था और उन्हें सात दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध किया। पुलिस ने कहा कि भारत सरकार के खिलाफ कथित तौर पर बड़े स्तर पर साजिश रचने और खालिस्तानी आंदोलन में भूमिका को लेकर जांच करने के लिए हिरासत की आवश्यकता है।
सुनवाई के दौरान रवि अदालत कक्ष में रो पड़ीं और न्यायाधीश से कहा कि उन्होंने केवल दो लाइनें ही संपादित की थीं और वह किसान आंदोलन का समर्थन करना चाहती थीं। ड्यूटी मजिस्ट्रेट देव सरोहा ने दिल्ली पुलिस को रवि से पूछताछ के लिए पांच दिनों की हिरासत की अनुमति प्रदान की। जलवायु कार्यकर्ता की हिरासत का अनुरोध करने के दौरान पुलिस ने अदालत से कहा कि आरोपी ने तीन फरवरी को टूलकिट में संपादन किया और इस मामले में कई अन्य लोग भी शामिल हैं।
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