5000 ट्रैक्टरों को ही इजाजत, ट्रैक्टर परेड के लिए दिल्ली पुलिस की 37 शर्तें, टकराव की आशंका
किसानों की ट्रैक्टर परेड को दिल्ली पुलिस की तरफ से 37 शर्तों के साथ मंजूरी दे दी गई है। इस ट्रैक्टर परेड में कुल पांच हजार ट्रैक्टरों को ही शामिल होने की इजाजत मिली है।
5000 ट्रैक्टरों को ही इजाजत |
दोपहर 12 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक ही किसानों को ट्रैक्टर परेड निकलने की अनुमति होगी। जबकि किसानों ने करीब दो लाख ट्रैक्टर का इंतजाम किया है। इससे टकराव की आशंका बढ़ गई है। इसके साथ ही उन्हे परेड के रूट पर करीब ढाई हजार वालंटियर भी तैनात करने होंगे। इन सभी के मोबाइल नंबरों और जानकारी पुलिस को साझा करनी होगी, ताकि पुलिस भी उनसे संपर्क में रहे।
इसके साथ ही आपतिजनक पोस्टर या झंडे भी लगाने की मनाही रहेगी। दिल्ली पुलिस भी कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त करेगी और उनके भी लगभग 5000 जवान दिल्ली के विभिन्न इलाकों में तैनात रहेंगे। जानकारी के अनुसार रैली आयोजकों को ट्रैक्टर परेड के दौरान लोगों के लिए पीने का पानी, आग बुझाने के उपकरण और मेडिकल व्यवस्था का इंतजाम करना होगा।
दिल्ली पुलिस की अनुमति के विपरीत किसान संघों ने दावा किया है कि उनकी परेड में करीब दो लाख ट्रैक्टरों के हिस्सा लेने की उम्मीद है और यह सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर तथा गाजीपुर (यूपी गेट) से चलेगी। किसान संघों की इस जिद से दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच टकराव की आशंका बढ़ गई है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गणतंत्र दिवस समारोह और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजपथ और राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। दिल्ली में पहले से बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त है। एक अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर निगरानी रखने के लिए करीब छह हजार सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। संदिग्ध लोगों की पहचान करने के लिए दिल्ली पुलिस की चेहरे से पहचान करने वाली प्रणाली भी उचित स्थानों पर स्थापित की गई है। उन्होंने बताया कि राजपथ पर लोगों की जांच करने वाले कर्मी पीपीई किट पहने होंगे तथा मास्क एवं फेस शील्ड (चेहरे के आगे शीशा) लगाए हुए होंगे। मंगलवार को परेड के आठ किलोमीटर लंबे मार्ग पर नजर रखने के लिए ऊंची इमारतों पर शार्प शूटरों और स्नाइपरों को तैनात किया जाएगा।
अब संसद कूच का ऐलान
प्रदर्शनकारी किसान संगठनों ने सोमवार को घोषणा की कि वे एक फरवरी को केंद्रीय वार्षिक बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ कूच करेंगे। क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शनपाल ने कहा, प्रदर्शनकारी किसान तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर अडिग हैं और मांगें पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा, हम एक फरवरी को बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ पैदल मार्च करेंगे।
ट्रैक्टर परेड वाले मार्गों से बचने की सलाह
दिल्ली यातायात पुलिस ने सोमवार को यात्रियों से उन मार्गों से बचने को कहा जहां प्रदर्शनकारी किसान गणतंत्र दिवस पर अपनी ट्रैक्टर परेड या ‘किसान गणतंत्र परेड’ करेंगे। किसान यूनियनों ने ट्रैक्टर परेड के लिए सिंघु, टिकरी और गाजीपुर सीमा बिंदुओं से निकलने वाले तीन मार्गों को रविवार को अंतिम रूप दिया था। इस संबंध में एक अधिकारी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘राष्ट्रीय राजमार्ग-44, जीटी-करनाल रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग-10 के इस्तेमाल से बचें क्योंकि ये ट्रैक्टर रैली के कारण प्रभावित रहेंगे।’
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