सरकार का सुशासन पहले से कहीं ज्यादा मजबूत : उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारा लोकतंत्र जीवंत है और सुशासन और पारदर्शिता के लिए हमारी प्रतिबद्धता 'पहले से कहीं अधिक' है।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू |
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो आज सामथ्र्य के साथ काम कर रहा है और सर्वागीण विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है जो समावेशी और टिकाऊ है।
नायडू ने कहा, "हमारा लोकतंत्र जीवंत है और सुशासन और पारदर्शिता के लिए हमारी प्रतिबद्धता पहले से कहीं अधिक मजबूत है।"
उन्होंने आगे कहा कि देश के सभ्यतागत आदर्शो और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रतिज्ञाओं को नवीनीकृत करने और एक समावेशी, शांतिपूर्ण, सामंजस्यपूर्ण और प्रगतिशील भारत के निर्माण के लिए खुद को समर्पित करने पर जोर दिया।
नायडू ने कहा, "इस खुशी के दिन, आइए हम अपने गणतंत्र की उपलब्धियों का जश्न मनाएं और अधिक आत्मविश्वास और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए खुद को समर्पित करने का संकल्प लें और विश्वशांति व समावेशी सतत विकास में योगदान देने की अपनी सदियों पुरानी परंपरा को जारी रखें।"
उपराष्ट्रपति ने कहा कि सभी भारतीयों को सभी के लिए स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के पोषित आदर्शो पर आधारित हमारे गणतंत्र के संविधान और संस्थापक सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, "हमारे संवैधानिक मूल्य एक प्रबुद्ध नागरिकता के निर्माण के लिए मूल सिद्धांत हैं, जो हमारी लोकतांत्रिक जड़ों को गहरा करने के लिए आवश्यक हैं।"
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