प्रधानमंत्री ने गुरुद्वारा रकाबगंज में मत्था टेका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसान आंदोलन के बीच रविवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी स्थित गुरुद्वारा रकाबगंज पहुंचे।
अचानक रकाबगंज गुरुद्वारा पहुंचे पीएम मोदी |
उन्होंने मत्था टेककर सर्वोच्च बलिदान देने वाले गुरु तेग बहादुर को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी।
सिखों के नौवें गुरु की शनिवार को पुण्यतिथि थी। मोदी ने कहा, आज सुबह मैंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में प्रार्थना की जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी का अंतिम संस्कार किया गया था। वि के लाखों लोगों की तरह मैं भी श्री गुरू तेग बहादुर जी की करुणा से बेहद प्रेरित हूं।
एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा, यह गुरु साहिब की विशेष कृपा है कि हमें अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान ही श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को मनाने का विशेष अवसर मिला।
आइए, इस पावन मौके को ऐतिहासिक बनाएं और श्री गुरु तेग बहादुर जी के आदशरें को अपने जीवन में अपनाएं।"
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान ध्यान रखा गया कि इस दौरान आम आदमी को किसी तरह की दिक्कत न हो। क्योंकि रविवार के दिन गुरुद्वारे में शीश नवाने जाने वालों की संख्या ज्यादा होती है। इसीलिए कहीं कोई सुरक्षा आदि की वैसी व्यवस्था नहीं हुई, जैसी आमतौर पर होती है।
गुरु तेग बहादुर ने 17वीं शताब्दी के दौरान सिख धर्म का प्रचार किया। वर्ष 1975 में उन्होंने हंसते-हंसते प्राणों का बलिदान कर दिया था। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब के किसानों की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन के बीच अचानक गुरुद्वारा पहुंचकर एक संदेश दिया है। हालांकि, भाजपा नेताओं का कहना है कि यह शुद्ध आस्था का मामला है। इसे किसी और नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।
| Tweet |