CAA : बंगाल में व्यापक हिंसा नगालैंड व कर्नाटक में विरोध बढ़ा
नए नागरिकता अधिनियम (सीएए) के विरुद्ध शनिवार को देश के पूर्वोत्तर से लेकर दक्षिण के राज्य कर्नाटक तक प्रदर्शन हुए जबकि पश्चिम बंगाल में हिंसा पर उतारू प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने करोड़ों की सरकारी संपत्ति को स्वाहा कर दिया। यहां सड़क व रेल यातायात सेवा बुरी तरह प्रभावित रही।
पश्चिम बंगाल में हिंसा पर उतारू प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने करोड़ों की सरकारी संपत्ति को स्वाहा कर दिया। |
पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा की लपटें शनिवार को राज्य के अन्य भागों में भी फैल गई। मुर्शिदाबाद जिले में, पूर्वी रेलवे के तहत आने वाले बेलडांगा स्टेशन पर रखी रेलवे की संपत्ति को प्रदर्शनकारियों ने फूंक दी। इसके अलावा एक फायर ब्रिगेड के इंजन को क्षतिग्रस्त कर जला दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव किया। शुक्रवार को यहीं पर नागरिकता संशोधन अधिनियम और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध में पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन को क्षतिग्रस्त कर दिया था और स्टेशन मास्टर के केबिन में आग लगा दी थी।
इसके अलावा टिकट काउंटर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसी जिले के सुती में, शनिवार सुबह तीन सरकारी बसों में तोड़-फोड़ की गई और इनमें से एक बस को आग के हवाले कर दिया। इससे पहले यात्रियों को जबरन बस से उतार दिया गया था। प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने बसुदेवपुर हॉल्ट स्टेशन में भी तोड़-फोड़ की। इसके अलावा उन्होंने मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का, जंगीपुर व पोरडांगा, हावड़ा जिले के बाउरिया और नालपुर में रेलवे ट्रैक पर बैठकर रेल सेवा में व्यवधान उत्पन्न किया। रेलवे सूत्रों ने कहा, लालगोला और पालाशी स्टेशनों के बीच रेल सेवा प्रभावित हुई है। हावड़ा जिले के कोना एक्सप्रेसवे पर छह बसों को जला दिया गया।
इसी तरह, दक्षिणपूर्वी रेलवे के अधीन संकरैल स्टेशन को आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया और चंपाताला क्रांसिग के पास टायरों में आग लगाकर सड़क मार्ग अवरुद्ध कर दिया। इन सब व्यवधानों की वजह से दक्षिण पूर्वी रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया है। लंबी दूरी की अधिकतर ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है या वे अलग अलग स्टेशनों पर खड़ी हैं। कंकरा-मिर्जानगर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक अवरुद्ध करने की वजह से पूर्वी रेलवे के तहत आने वाले सियालदह हसनाबाद की उपनगरीय ट्रेन सेवा भी बाधित हो गई है।
वहीं, नगालैंड में इस कानून के विरोध में शनिवार को नगा छात्र संघ (एनएसएफ) द्वारा आहूत छह घंटे के बंद के दौरान राज्य के कई हिस्सों में स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद रहे और सड़कों से वाहन नदारद रहे। अधिकारियों ने बताया कि उन इलाकों से अब तक कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है, जहां सुबह छह बजे से बंद शुरू हुआ है। प्रदर्शनकारी परीक्षाओं में शामिल होने जा रहे छात्रों, ड्यूटी पर जा रहे चिकित्सा कर्मियों, मीडिया कर्मियों और शादियों में शामिल होने जा रहे लोगों को सड़कों से जाने दे रहे हैं। एनएसएफ के उपाध्यक्ष डिएवी यानो ने नागरिकता संशोधन कानून की ¨नदा करते हुए कहा कि इसमें पूर्वोत्तर के लोगों की भावनाओं का ध्यान में नहीं रखा गया।
उधर, पूरे कर्नाटक में भी शनिवार को हजारों की संख्या में लोगों ने नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन किया। कलबुरगी के पुलिस आयुक्त एमएन नागराज ने कहा, हजारों की संख्या में शुक्रवार की नमाज के बाद लोग इकट्ठा हुए और सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर इस संबंध में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
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